बालाघाट। जिले के राईस मिलर्स द्वारा घातक रसायन केमिकल मिलाकर नकली सुगंधित चावल बनाकर यहां पैदा होने वाली खुशबुदार चिन्नौर, जीराशंकर, कालीमूछ के नाम बिक्री किये जाने की शिकायत वरिष्ठ पत्रकार एवं आरटीआई कार्यकर्ता आनंद ताम्रकार द्वारा वर्ष 2014 में जनशिकायत निवारण भोपाल को किया था किन्तु 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी किसी तरह की कोई कार्यवाही ना होने पर अभी भी बनाया जा रहा है। जो रसायन प्रापेलान ग्लायकाल नामक केमिकल नकली सुगंधित के लिये उपयोग किया जाता है वह मानव जीवन के लिये अत्यधिक घातक है।
अब तक कोई कार्यवाही ना होने पर जनहित में देखते हुये इसके उत्पादन पर रोक लगाये जाने की मांग जिला कलेक्टर भरत यादव से जनसुनवाई में उनके समक्ष रखी जिस पर कलेक्टर ने अतिरिक्त कलेक्टर मंजुषा राय को जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिये हैं।