भोपाल। सरकार ने पेट्रोल-डीजल को नियंत्रण मुक्त कर रखा है। पहले सरकार सब्सिडी देती थी, अब वो नहीं देती और टैक्स इतने बढ़ा दिए कि इसे सरासर अन्याय के अलावा कुछ नहीं कहा जा सकता। मप्र की शिवराज सरकार पेट्रोल-डीजल पर सबसे ज्यादा वैट टैक्स वसूल रही है। जुल्म की कहानी यहीं खत्म नहीं होती। जनता को अपना भगवान बताने वाले सीएम शिवराज सिंह पेट्रोल पर प्रति लीटर 4 रुपए एडिशनल टैक्स भी वसूल रहे हैं।
11 माह पहले 4 जनवरी, 2016 को सरकार ने वैट अधिनियम में संशोधन कर अतिरिक्त कर का अधिकार अपने हाथ में ले लिया। तब से प्रति लीटर पेट्रोल पर तीन बार में 2 रु. और 1-1 रु. कर कुल 4 रु. अतिरिक्त कर लगा दिया गया है।
डीजल पर दो बार में 50 पैसे व 1 रु. कर लगा। सरकार के पास मार्च तक 1000 करोड़ रु. से अधिक एडिशनल टैक्स के जमा हो जाएंगे।
केंद्र व राज्य दोनों के टैक्स के बाद भोपाल में 30.22 रु. का पेट्रोल 76.17 रु. में मिल रहा है।
इसी तरह डीजल जो कंपनियों को 31.16 रु. में पड़ रहा है, वह ग्राहकों को 64.03 रु./लीटर में मिल रहा है।
मप्र में टैक्स का गणित
मप्र में अभी 31 प्रतिशत वैट और एक फीसदी एंट्री टैक्स लगता है। यानी प्रतिलीटर 24 रुपए 37 पैसे सिर्फ वैट और एंट्री टैक्स से ही मिल रहे हैं। इसके अलावा 4 रुपए एडीशनल टैक्स भी है।