भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान रविवार सुबह काफी गुस्से में नजर आए। पुलिस विभाग के आला अधिकारियों को वीडियो पर संबोधित करते हुए उन्होंने स्पष्ट कहा कि महिला अपराध के मामलों में सख्त कार्रवाई करें, चाहे आरोपी कोई भी हो। बावजूद इसके एसपी रायसेन जगत सिंह राजपूत ने उनके प्रीति रघुवंशी आत्महत्या कांड में कोई कार्रवाई नहीं की। प्रीति के पिता ने इस मामले में नामजद शिकायत की है। उन्होंने प्रीति के पति गिरजेश सिंह और ससुर रामपाल सिंह पर प्रताड़ना और धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। बता दें कि प्रीति के ससुर रामपाल सिंह मप्र के कैबिनेट मंत्री भी हैं। काबिल ए गौर यह है कि यह सवाल पुलिस विभाग में आला अधिकारी ही उठा रहे हैं। सीएम पर डबल स्टेंडर्ड का आरोप लगाया गया है।
रायसेन में आज सुसाइड करने के 24 घंटे बाद सुबह पोस्टमार्टम किया गया, कुछ घंटे बाद ही डॉक्टरों ने शार्ट पीएम रिपोर्ट दी, जिसमें मौत की वजह गले की हड्डियों का टूटना बताया गया है। रविवार को सुबह 10 बजे शव का पीएम तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया और फोरेंसिक टीम ने वीडियोग्राॅफी कराई गई। मृतका प्रीति रघुवंशी के पिता और परिजन बेटी का अंतिम संस्कार नहीं कर रहे थे। उनकी मांग थी कि बेटी का अंतिम संस्कार मंत्री के बेटे एवं प्रीति के पति गिरजेश सिंह राजपूत ही करेंगे लेकिन एसपी कलेक्टर ने मध्यस्थता करते हुए मामले को शांत कराया और प्रीति का अंतिम संस्कार उसके पति की अनुपस्थिति में कर दिया गया।
अब तक नहीं दर्ज हुआ केस
प्रीति रघुवंशी के सुसाइड के बाद पिता और परिजनों ने मंत्री रामपाल सिंह और उनके बेटे गिरजेश राजपूत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पिता का आरोप है कि शादी का प्रमाण देने के बाद भी पुलिस ने मंत्री या उनके बेटे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं की। पुलिस का कहना है, पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की जांच की जाएगी। बता दें कि 24 घंटे से मृतका प्रीति रघुवंशी की डेड बॉडी पोस्टमार्टम रूम में मॉर्च्युरी में रखी हुई थी।
संबंधित समाचार: