भोपाल। जबलपुर निवासी एक नेताजी की कालीकमाई का 1 करोड़ ऐसे गायब हो गया जैसे...। जी हां, और यह सबकुछ किया उन्हीं के अपने रिश्तेदारों ने। अब नेताजी की हालत यह है कि वो न तो रिपोर्ट दर्ज करा पा रहे हैं और न ही अमानत में खयानत करने वाले रिश्तेदारों को माफ करना चाहते हैं।
नेताजी अपने रसूख का इस्तेमाल कर वर्दी का फर्जी उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने अपने रिश्तेदार पर दबाव बनाने के लिए बिना किसी कानूनी कार्रवाई के पूरी रात थाने में बिठाए रखा। रिश्तेदार भी डटे रहे, आखिर मामला ही 1 करोड़ का है। पुलिस ने रिश्तेदारों को थाने में बिठा कर पूछताछ की, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। फिलहाल इस मामले पर सभी चुप्पी साधे हुए हैं।
मझौली में चर्चा है कि भाजपा के नेता ने करीब डेढ़ करोड़ रुपए अपने दो रिश्तेदारों को इस वजह से दी थी क् योंकि उन्हें शक था कि उनके घर छापा पडऩे वाला है।
कुछ समय बाद रकम वापस मांगने पर रिश्तेदारों ने रकम देने से इनकार कर दिया और यह कह दिया कि वह रकम चोरी हो गई है। इस मामले में विगत 8 अक्टूबर की रात कटंगी पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा और पूरी रात थाने में बैठाए रखा और सुबह उन्हें छोड़ दिया गया।
इस मामले की चर्चा कटंगी-मझौली तक हर किसी की जुबां पर है।
दैनिक भास्कर के जबलपुर एडीशन में प्रकाशित हुआ है कि मझौली में रहने वाले भाजपा नेता दिनेश चौरसिया ने करीब डेढ़ करोड़ की राशि कटंगी में रहने वाले अपने रिश्तेदार सतीश और बंटू के यहां पर रखने के लिये भेजी थी।
विगत 4 माह पूर्व भेजी गई राशि जब वापस मांगी तो रिश्तेदारों ने बहानेबाजी शुरू कर दी। इस मामले में भाजपा नेता के दबाव में बिना किसी शिकायत पर पुलिस ने उसके कटंगी में रहने वाले रिश्तेदार सतीश व बंटू को 8 अ टूबर को थाने बुलाकर रात भर उनसे पूछताछ की और सुबह उन्हें छोड़ दिया।
उधर इस मामले में भाजपा नेता दिनेश चौरसिया से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। पता नहीं यों बुलाया था कटंगी थाने के स्टाफ से इस संबंध में पूछे जाने पर पहले तो उन्होंने अनभिज्ञता जतायी, उनका कहना था कि दोनों को 8 अक्टूबर की रात्रि थाने में बुलाया गया था, लेकिन साहब की उनसे या बातचीत हुई, किसी को जानकारी नहीं है।