अब पूरी खातिरदारी होगी वनविहारियों की

भोपाल। अगले कुछ दिनों में आपको ‘रीना’, ‘सलमान’, ‘प्रिया’ और ‘जानी’ परदे में नजर आएंगे। इनकी खुराक बढ़ाई जाएगी, पर्याप्त मात्रा में विटामिन दी जाएगी और नियमित मेडिकल चेकअप भी होगा। सर्दी का सीजन शुरू होने के साथ ही वन विहार नेशनल पार्क के इन मांसाहारी जानवरों को ठंड से बचाने की तैयारी प्रबंधन ने शुरू कर दी है। 

ठंड का असर और बढ़ने पर न केवल इन मांसाहारी जानवरों की खुराक बढ़ाई जाएगी, बल्कि इनको सर्दी से बचाने के लिए बाड़े में हीटर, ब्लोअर और परदे भी लगाए जाएंगे। वन विहार के सहायक संचालक डॉ. सुदेश बाघमारे ने बताया कि सर्दी बढ़ने पर सभी मांसाहारी जानवरों की खुराक बढ़ा दी जाती है। उन्होंने बताया कि नवंबर के अंत तक ठंड का असर बढ़ जाता है, इसको देखते हुए अभी से मांसाहारी जानवरों को ठंड से बचाने के लिए उपाए शुरू कर दिए गए हैं। डॉ. बाघमारे के मुताबिक, ठंड के सीजन में मांसाहारी जानवरों को विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन ए और विटामिन डी सप्लीमेंट प्रचुर मात्रा में दिया जाता है। 

वहीं, ठंड के चलते शेर, सिंह और तेंदुआ की खुराक भी बढ़ा दी जाती है और इन्हें 7 से 10 किलो तक मांस दिया जाता है। वहीं अन्य वन्य प्राणियों की खुराक में भी आवश्यकता अनुसार इजाफा किया जाता है। उन्होंने बताया कि सिंह, तेंदुआ और शेर को ठंडी हवा से बचाने के लिए उनके बाड़े में पर्दे लगाए जाएंगे। साथ ही रूम हीटर की भी व्यवस्था की गई है। अधिक ठंड पड़ने पर रूम हीटर की संख्या बढ़ा दी जाएगी। इसके अलावा ब्लोअर और हैलोजन लाइट भी लगाई जाएंगी, ताकि बाड़ा गर्म रहे। 

दिन में इन्हें पर्यापत धूप मिल सके, इसके लिए पेड़ों की छंटाई भी कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि जानवर यदि सिर्फ जमीन पर सोएं, तो ठंड लगने का जोखिम काफी बढ़ जाता है। इसलिए ठंड के दिनों में उनके बाड़े में मैट (टाट) की जगह प्लाई की सीट बिछाई जाएगी। वन विहार के डॉ. अतुल गुप्ता ने बताया कि ठंड के सीजन में वन्य प्राणियों के देखभाल की ज्यादा जरूरत होती है, ताकि उन्हें बीमारी से बचाया जा सके। इसलिए उन्हें ठंड से बचाने के अलावा रूटिन मेडिकल चेकअप भी किया जाता है।

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