भोपाल। सामाजिक संस्था जनसंवेदना ने बीते रोज दो लावारिस लाशों के अंतिम संस्कार कराए। सनद रहे कि जहां एक ओर प्रशासनिक मशीनरी अपनी जिम्मेदारी होते हुए भी लावारिस लाशों की ओर ध्यान नहीं देती वहीं जनसंवेदना जैसी संस्थाएं मानवता का धर्म निभा रहीं हैं।
जनसंवेदना से आई जानकारी के अनुसार रविवार को हबीबगंज थाना क्षेत्र के आरक्षक ने बताया कि कल शाम को एक अज्ञात वृध्द मृत का शव मिलने पर नगर निगम को शव वाहन के लिये फोन किया तो घटना स्थल पर तीन घंटे बाद शान्ति वाहन पहुँचा पुलिस कर्मचारी के अनुसार नगर निगम कन्ट्रोलरूम के कर्मचारियों का व्यवहार ठीक नहीं रहता है और वे कहते है कि जिस शव को गाडी में रखा है उसकी धुलाई करने के लिये पैसे दो। इस तरह पुलिस अपना दायित्व निभाना चाहती हैं वही नगर निगम के तैनात कर्मचारी संवेदनाओं को ताक में रखे हैं ।
जनसंवेदना ने रविवार को हबीबगंज थाना क्षेत्र में मिले अज्ञात बुजुर्ग मृतक के साथ सागर जिले के थाना सुरखी से पुलिस एक अज्ञात युवती मृतिका का शव लेकर आई थी इन दोनो का पुलिस को सहयोग कर भदभदा विश्राम घाट पर कफन दफन कराया गया हैं। उल्लेखनीय है कि भोपाल महानगर में निराश्रित बेसहारा लावारिस की मृत्यु हो जाने पर जनसंवेदना जनभागीदारी से मिले सहयोग से दाह संस्कार के लिये लकडी एवं दफनाने के लिये आर्थिक मदद कर उनका अंतिम संस्कार कराती हैं। जनसंवेदना विगत आठ वर्षो में 2100 से अधिक शवों का अन्तिम संस्कार करा चुकी हैं। संस्था के द्वारा भोपाल महानगर में मुक्ति वाहन एवं मर्चरी बाक्स की सेवाएं भी उपलब्ध हैं।
हेल्पलाइन 2576007 एवं 9826013975 पर संपर्क कर सकते है।