भोपाल। गैंगरेप की आग में झुलसते भारत की भावनाओं को देखते हुए कांग्रेस प्रेसीडेंट सोनिया गांधी ने नववर्ष न मनाने का निर्णय लिया है, लेकिन बलात्कारियों के शिकार मध्यप्रदेश की भावनाओं को प्रदेश कांग्रेस के नेता समझने को तैयार नहीं है। वो नववर्ष का पूरा आनंद लेंगे, लेकिन सादगी से।
आज सुबह की सबसे पहली खबर ही शायद सोनिया गांधी के नववर्ष मिलन समारोह को निरस्त करने की रही। सोनिया गांधी ने कांग्रेसियों और दूसरे लोगों से निवेदन किया है कि कृपया वे नववर्ष की शुभकामनाएं देने के लिए उनसे संपर्क न करें। उन्होंने अपने सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए हैं, परंतु मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी अपने आयोजनों को निरस्त करने की हिम्मत नहीं कर पाई।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के प्रेसीडेंट मानक अग्रवाल ने टीवी पत्रकारों को दिए बयान में बड़ी ही चतुराई के साथ कहा कि हम मध्यप्रदेश में नववर्ष सादगी से मनाएंगे। लोगों को सादगी शब्द का अर्थ समझ नहीं आ पा रहा है।
सीधा सपाट और एकमात्र सवाल यह है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के नववर्ष मिलन में वैसे भी कौन सी बेहूदगी की योजना थी जो अब नहीं होगी।