गैंगरेप पीड़िता की बेटी की मौत

भोपाल। पिछले दिनों सागर में गैंगरेप का शिकार महिला की बेटी जिसके इलाज के दौरान हर वारदात हुई, की मौत हो गई है। सागर अस्पताल ने उसे भोपाल रिफर किया था परंतु लापरवाही के चलते उसकी मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि सागर अस्पताल में जहां मॉ के साथ गैंगरेप किया गया वहीं बेटी का इलाज भी सही ढंग से नहीं किया गया। जब महिला अपने साथ हुई घटना की जानकारी देने पुलिस थाने में बैठी इंतजार कर रही थी, इसी दौरान बेटी को इन्फेक्शन हो गया और उसकी हालत खराब होने लगी।

सागर अस्पताल प्रबंधन ने उसे भोपाल के लिए रिफर कर दिया, लेकिन एम्बूलेंस में किसी भी प्रकार की कोई प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था नहीं थी और भोपाल पहुंचने से पहले ही पीड़िता की बेटी ने दम तोड़ दिया।


इधर जिला अस्पताल में महिला से हुए गैंग रेप के तीन में से दो आरोपी स्मेग्मा टेस्ट में सस्पेक्टेड पाए गए हैं। पुलिस ने आरोपियों को एक दिन की रिमांड पर लिया है।

पीड़िता व उसका पति बच्चे को साथ लेकर थाने में रिपोर्ट लिखाने गए थे, जहां बच्ची को इन्फेक्शन हो गया। इस पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन व पुलिस अधिकारियों की गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। इस मामले में सीएसपी प्रमोद सोनकर व सिविल सर्जन डॉ. अजय बड़ोन्या को हटाने की मांग उठी है।

सागर जोन के आईजी पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि प्रारंभिक जांच के दौरान आरोपी सनी, सचिन व राहुल स्वीपर का सोमवार को स्मेग्मा टेस्ट कराया गया था। आरोपी के अंग में स्मेग्मा प्रजेंट न होना रेप केस की तरफ इशारा करता है। इस टेस्ट में आरोपी सनी में स्मेग्मा प्रजेंट तथा सचिन व राहुल में ऐबसेंट मिला है।

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