भोपाल। मध्यप्रदेश में तेजी से बढ़ रहे बलात्कार के मामलों पर लगाम लगाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार विशेष अभियान चलाएगी एवं इस संवेदनशील विषय को पूरी संवेदना के साथ निभाया जाएगा। यह निर्णय आज सीएम निवास पर हुई उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया।
गैंगरेप के खिलाफ उबल रहे भारत और मध्यप्रदेश का माहौल देखते हुए सीएम शिवराज सिंह ने आज अपने निवास पर उच्चस्तरीय मीटिंग का आयोजन किया। इस मीटिंग में तय किया गया कि मध्यप्रदेश में बलात्कार के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया जाएगा।
इस उच्चस्तरीय मीटिंग में निम्नांकित निर्णय लिए गए
- विशेष अभियान की शुरूआत 1 जनवरी से होगी।
- पूरे प्रदेश के प्रत्येक जिले में सभाओं एवं केंडलमार्च का आयोजन किया जाएगा।
- बलात्कारियों के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान हो, कानून में संशोधन के लिए मुख्यमंत्री पत्र लिखेंगे।
- भोपाल मुख्यालय पर बलात्कार के मामलों की साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी।
- बलात्कार के मामलों में त्वरित न्याय के लिए विशेष न्यायालयों का गठन किया जाएगा।
- पुलिस को निर्देशित किया गया है कि वो बलात्कार के मामलों की इन्वेस्टिगेशन तेजी से करे और जल्द से जल्द मामले न्यायालय में पेश करे।
- निर्णय किया गया है कि बलात्कार के मामलों की मेडीकल रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर तैयार हो।
कुल मिलाकर पब्लिक की नाराजगी को रोकने के लिए शिवराज सरकार ने तत्काल कदम उठाते हुए निर्णय ले लिए हैं। अब देखना यह होगा कि इन तमाम निर्णयों का पालन कितनी गंभीरता के साथ हो पाता है।