भोपाल। मध्यप्रदेश की प्रख्यात प्राइवेट यूनिवर्सिटी ओरिएंटल यूनिवर्सिटी के खिलाफ छात्र चार दिन से भूख हड़ताल पर हैं। वो अपनी फीस वापस चाहते हैं लेकिन यूनिवर्सिटी प्रबंधन उनकी फीस वापस करने को तैयार नहीं है। 0000 ने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी के पास पूरी मान्यताएं ही नहीं हैं।
इंदौर में सांवेर रोड स्थित ओरिएंटल यूनिवर्सिटी में फीस लौटाने की मांग को लेकर छात्रों की भूख हड़ताल सोमवार को भी जारी रही। इसी दौरान एनएसयूआई ने यह तय किया है कि वह अब इस मामले में सीधे एआईसीटीई को ही शिकायत करेगी। पिछले तीन सप्ताह से चले आ रहे आंदोलन के बाद भी इस मामले में अब तक कोई हल नहीं निकला है।
दरअसल यूनिवर्सिटी पर मान्यता नहीं होने का आरोप लगाते हुए एनएसयूआई और छात्रों ने यहां लगातार हंगामा-प्रदर्शन और यहां तक की तोडफ़ोड़ भी की। लेकिन प्रबंधन झुकने को तैयार नहीं है। उसका कहना है कि उसके पास सारी जरूरी मान्यताएं हैं। इधर, चार छात्रों की भूख हड़ताल चौथे दिन भी जारी है। वहीं एनएसयूआई इसी सप्ताह एआईसीटीई जाकर शिकायत करेगी। जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ यादव ने बताया कि छात्रों के साथ दिल्ली जाकर शिकायत करेंगे।
विद्यार्थी मृत्युंजय पांडे, अनिल सिंगोने, श्रीद्युम्न व राहुल गुर्जर गुरुवार से भूख हड़ताल पर हैं। इनके समर्थन में दिन-रात बीटेक व डिप्लोमा कोर्स के विद्यार्थी टेंट में नारेबाजी कर रहे हैं। विद्यार्थियों ने ऐलान किया है कि जब तक एआईसीटीई एप्रूवल का कागजात व फीस वापस देने के मामले में लिखित में पत्र नहीं दिया जाता, तब तक भूख हड़ताल और विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। इनका दिन तो अन्य विद्यार्थियों को आते-जाते देखते व बातचीत में कट जाता है, लेकिन रात अलाव की मदद से काटना पड़ रही है। जंगल में स्थित हड़ताल स्थल पर कुछ भी सुविधाएं नहीं हैं।
विद्यार्थी मृत्युंजय पांडे, अनिल सिंगोने, श्रीद्युम्न व राहुल गुर्जर गुरुवार से भूख हड़ताल पर हैं। इनके समर्थन में दिन-रात बीटेक व डिप्लोमा कोर्स के विद्यार्थी टेंट में नारेबाजी कर रहे हैं। विद्यार्थियों ने ऐलान किया है कि जब तक एआईसीटीई एप्रूवल का कागजात व फीस वापस देने के मामले में लिखित में पत्र नहीं दिया जाता, तब तक भूख हड़ताल और विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। इनका दिन तो अन्य विद्यार्थियों को आते-जाते देखते व बातचीत में कट जाता है, लेकिन रात अलाव की मदद से काटना पड़ रही है। जंगल में स्थित हड़ताल स्थल पर कुछ भी सुविधाएं नहीं हैं।