भोपाल। मध्यप्रदेश में बलात्कार की बढ़ती घटनाओं के विरोध में आज नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह की अगुवाई में कांग्रेसजनो ने मुख्यमंत्री निवास पर दस्तक देकर समय-सीमा में बलात्कार की घटनाओं में विशेष सुनवाई कर सजा देने की मांग की है और गृहमंत्री को बढ़ते अपराध और बलात्कार की घटनाओं पर नियंत्रण करने में असफल रहने पर पद से हटाने की मांग की है।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने जवाहर भवन से मुख्यमंत्री निवास तक मार्च किया। मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि स्वर्णिम मध्यप्रदेश का नारा देने वाली भाजपा सरकार में जनता के लिए मध्यप्रदेश स्वर्णिम बना नहीं लेकिन अपराधियों के लिए स्वर्ग जरूर बन गया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कटनी, ओरछा, ग्वालियर और जबलपुर जिले सहित पूरे प्रदेश में घटित बलात्कार और सामूहिक बलात्कार की घटनाओं ने पूरे प्रदेश को एक बार फिर शर्मसार कर दिया। श्री सिंह ने कहा कि सबसे शर्मनाक यह है कि भाजपा के लोग भी इसमें जुड़े है जिनके दबाव में पुलिस कार्यवाही नहीं करती।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो की रिपोर्ट में मध्यप्रदेश ने पूरे देश में बलात्कार में नंबर वन का तमगा हासिल किया। भोपाल पूरे देश में तीसरे नंबर पर है। उन्होंने कहा कि शिव मामा की सरकार अब प्रदेश की भांजियों की सुरक्षा करने में पूरी तरह असफल हो गई है।
श्री सिंह ने कहा कि प्रतिदिन 9 बलात्कार हर दूसरे तीसरे दिन सामूहिक बलात्कार की बाढ़ से अब यह प्रदेश महिलाओं के लिए और आम आदमियों के लिए असुरक्षित हो गया है। श्री सिंह ने कहा कि इसका एक कारण है कि भाजपा सरकार की संवेदनशीलता खत्म हो गई है और वह इन गंभीर घटनाओं के प्रति उदासीन और अपराधियों के प्रति नर्म रवैया अपनाएं हुए है।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी, बेटी बचाओ, कन्यादान और महिला सशक्तिकरण की बात करने वाली सरकार के सारे प्रयास खोखले है। वास्तव में भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री महिलाओं की रक्षा करने में ईमानदार नहीं है। उन्होंने कहा कि अबोध बालिकाओं से लेकर हर उम्र की महिलाओं के साथ ज्यादतियां हो रही है। नाबालिग बालिकाओं के लिए तो यह प्रदेश पूरे तरह असुरक्षित है यह बात अपराध ब्यूरो की रिपोर्ट में दर्ज है क्योंकि सर्वाधिक शिकार मध्यप्रदेश में नाबालिग हैं।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भले ही अपने आपको स्वयंभू मामा कहलाने में गर्व महसूस करे लेकिन इस प्रदेश की बेटी-बहन और भांजियां इस तरह की घटनाओं से शर्म महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था जिस तरह सरकार के नियंत्रण से बाहर निकलकर अपराधियों के चंगुल में है उससे यह प्रदेश उन प्रदेशों की श्रेणी में शुमार हो गया है जहां अपराधी बेखौफ है और आम जनता दहशत में है।
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री से जवाब मांगा है कि वह मध्यप्रदेश को अपराधियों की शरण स्थली और बेखौफ क्यों कर रहे है इस प्रदेश की साड़े सात करोड़ जनता आपकी इस मजबूरी को जानना चाहती है। उन्होंने कहा कि उनके इस रवैये से अब देश के अपराधी मध्यप्रदेश में पनाह ले रहे है। समझौता एक्सप्रेस में विस्फोट का मामला हो या भाजपा सांसद हेमामालनी के मुंबई स्थित बंगले में एक करोड़ रूपये चोरी का मामला हो इनके अपराधी मध्यप्रदेश में पकड़े जाते है।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री वाकई इस प्रदेश को स्वर्णिम बनाने के प्रति ईमानदार है तो वे अपराधियों और बलात्कारियों में खौफ पैदा कर इन घटनाओं को नियंत्रित करे। उन्होंने मुख्यमंत्री को सौंपे 8 सूत्रीय ज्ञापन में मांग कीः-
1.ध्वस्त कानून व्यवस्था और बेखौफ हो रहे बलात्कारियों के लिए जिम्मेदार गृहमंत्री को तत्काल पद से हटाया जाये।
2.बलात्कार के मामले में समय-सीमा में विशेष सुनवाई हो और अपराधियों को सख्त सजा मिले।
3.बलात्कारियों की सजा की अवधि उम्र कैद में बदली जाये।
4.बलात्कार के मामलों में जांच के लिए हर जिले में प्रशिक्षित विशेष जांच दल गठित हो।
5.पीडिता को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा मिले। उन्हें बेहतर उपचार के साथ मनोवैज्ञानिक उपचार भी दिया जाये।
6.बलात्कार के गवाहों को विशेष सुरक्षा और प्रोत्साहन मिले।
7.बलात्कार करने वालों को आजीवन शासकीय, गैर शासकीय नौकरियों के साथ ही सभी रोजगार योजनाओं में प्रतिबंधित किया जाये।
8.अब तक हुई बलात्कार की घटनाओं की तीन माह के अंदर सुनवाई होकर बलात्कारियों के खिलाफ सजा सुनिश्चित की जाये।