भोपाल। बहुत वर्षों बाद वह परंपरा वापस होती दिखाई दे रही है जो एक राज्य के संचालन के लिए सबसे जरूरी हुआ करती है और वो है शासन द्वारा समस्याओं का मौके पर ही मुआयना करना वह भी गोपनीय रूप से। बीते रोज मध्यप्रदेश के सीएस ने भी इसी तरह भेष बदलकर हमीदिया के हालातों का जायजा लिया। वो केंपस में करीब 2 घंटे तक रहे और कई लोगों से बातचीत भी की।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रवीर कृष्ण मंगलवार सुबह पहचान छुपाकर जेपी अस्पताल पहुंच गए। वहां लाइन में लगकर न केवल पर्ची कटवाई, बल्कि दवा लेने के लिए मरीजों के बीच लाइन में आधे घंटे खड़े रहे। उन्होंने मरीजों से उनकी ही भाषा में बात कर व्यवस्थाओं की असलियत जानने की कोशिश भी की।
उन्होंने मरीजों से यह भी पूछा कि डॉक्टर बाहर से दवाएं लेने के लिए तो नहीं कहते हैं, दवा वितरण केंद्र से सभी दवाएं मिलती हैं या नहीं। प्रमुख सचिव के निरीक्षण की भनक अस्पताल प्रबंधन को भी नहीं थी। दवा वितरण केंद्र से दवा लेने के बाद जब पीएस सिविल सर्जन डॉ. वीणा सिन्हा के कक्ष में पहुंचे, तो उन्हें अचानक सामने देख वह चौंक गई।
इस बीच सीएमएचओ डॉ. पंकज शुक्ला भी वहां पहुंच गए। पीएस प्रवीर कृष्ण ने उनसे मरीजों के उपचार एवं अस्पताल के विकास कार्यों के बारे में बातचीत की। पीएस करीब दो घंटे तक अस्पताल में रहे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों और डायलिसिस यूनिट को भी देखा।
450 तरह की दवाएं मिलेंगी मुफ्त : प्रमुख सचिव ने बताया कि अब मरीजों को अस्पताल से 147 नहीं, बल्कि 450 तरह की दवाएं मुफ्त दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था 18 दिसंबर से लागू की जाएगी