भोपाल। सामान्यत: पुलिस भी लक्झरी कारों के अंतर झांकने की कोशिश नहीं करती, क्या पता कौन तोप तमंचा बैठा हो, पूछताछ की तो चलने का खतरा है। ड्यूटी पर तैनात एक अदना सा सिपाही यही सोचकर भोपाल आने वाली लक्झरी कारों को नहीं रोकता, लेकिन इसी का फायदा उठाकर एक चोर गिरोह भी भोपाल में दाखिल हुआ करता था।
बैरागढ़ पुलिस ने एक ऐसे चोर गिरोह का खुलासा किया है, जो चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए लग्जरी कारों का उपयोग करता था और चोरी करने के आसानी से भोपाल से फरार हो जाता था। चोर गिरोह के पास से बैरागढ़ इलाके मे बीते दो माह के दौरान हुई आधा दर्जन चोरियों सहित आठ वारदातों का माल बरामद हुआ है।
पुलिस ने चोर गिरोह के सदस्यों के अलावा चोरी का माल खरीदने वाले दो दुकानदारों को भी गिरफ्तार किया है। शराब पीने और अय्याशी का शौक पूरा करने के लिए आरोपी चोरी की वारदात करते थे। एसपी (उत्तर) अरविंद सक्सेना ने बताया कि ग्राम खाईखेड़ी थाना अहमदपुर जिला सीहोर निवासी गोलू उर्फ गोपाल दांगी, विशाल विश्वकर्मा, बहादुर सिंह दांगी, सुरेन्द्र सिंह, राहुल दांगी, सोनू उर्फ लक्ष्मीनारायण मालवीय को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को इनके एक साथी विजय दांगी की तलाश है।
उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास से पुलिस ने 110 ग्राम सोने के जेवरात, 750 ग्राम चांदी के जेवरात, एक आई 10, एक इंडिगो कार, 2 मोटरसायकिल, तीन टीवी एवं चार मोबाइल फोन बरामद किए हैं। आरोपियों ने पिछले दो महीने में बैरागढ़ निवासी नंदकिशोर, किशन कुमार, लक्ष्मण बागवानी, संतोष साहू एवं भाविका वासवानी के यहां से इसे चुराया था। आरोपियों मे शामिल गोलू और सुरेन्द्र रिश्तेदार हैं।
जेल मे बनाई थी चोरियों की योजना
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे सभी दो माह पहले तक जेल मे बंद थे। उसी दौरान सभी ने मिलकर रिहा होने के बाद चोरी की वारदात की योजना तैयार की थी। रिहा होने के बाद उन्होंने चोरियां शुरू कर दी। आरोपी अहमदपुर से भोपाल आते थे और चोरियां करने के बाद अहमदपुर लौट जाते थे।
गोपाल है गिरोह का सरगना
पुलिस के मुताबिक इस चोर गिरोह का सरगना गोपाल है। वह वारदात के पहले सूने घर का सर्वे करता था। बारदात के बाद वह ही कारों का उपयोग करता था। गिरोह के अधिकांश सदस्यों के खिलाफ पहले से ही अहमदपुर मे कई मामले दर्ज हैं।