भोपाल। विदेश में दो साल के अध्ययन अवकाश पर गए IAS अनिल यादव ने अपने इस्तीफे के माध्यम से भारत में प्रकट हुए। उन्होंने अपनी सेवाओं से त्यागपत्र दे दिया है। श्री यादव 07 में अध्ययन अवकाश पर गए थे जा 09 में समाप्त हो गया, परंतु श्री यादव नहीं लौटे। इधर मध्यप्रदेश सरकार ने उनकी सेवा समाप्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी, वो भारत की सेवा करना चाहते थे परंतु प्रशासनिक दबाव के चलते उन्होंने इस्तीफा भेज दिया।
भोपाल। मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस अनिल यादव का इस्तीफा मान्य कर लिया गया है। इस संबंध में भारत सरकार के कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग द्वारा अधिसूचना जारी की गयी है। इस्तीफा अखिल भारतीय सेवाएं (अवकाश) नियम, 1955 के नियम 7 (2) के तहत तत्काल प्रभाव से मान्य किया गया है।
उल्लेखनीय है कि लंबे समय से बिना सूचना गायब रहे आईएएस अनिल यादव के खिलाफ राज्य सरकार कार्रवाई के लिए केंद्र के आदेश की प्रतीक्षा कर रही थी। मप्र कैडर के 1999 बैच के आईएएस अधिकारी यादव 25 जुलाई 2007 से 24 जुलाई 2009 तक के लिए अध्ययन अवकाश पर विदेश गए थे। अवकाश अवधि समाप्त होने पर उनको वापस लौटना था, लेकिन न तो वे वापस लौटे और न ही इन्होंने इसकी कोई सूचना राज्य सरकार को दी। चार साल बाद भी उनके वापस न लौटने पर सरकार सक्रिय हुई।
राज्य सरकार ने गायब हुए अफसर का पता लगाने का प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। आखिरकार राज्य सरकार गायब हुए अफसर के बारे में केंद्र को सूचना भेजते हुए वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया था। बाद में यादव ने राज्य सरकार को पत्र भेजकर यह बताने का प्रयास किया कि वे गायब नहीं हैं, बल्कि लौट रहे हैं। राज्य सरकार उनके तर्क से सहमत नहीं है। सरकार का मानना है कि उन्होंने अनुशासनहीनता की है, तो उन्हें इसकी सजा मिलना चाहिए। इस संबंध में केंद्र से मार्गदर्शन मांगा गया है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद ही में यादव ने नौकरी छोड़ने के लिए केन्द्र सरकार को इस्तीफा सौंपा था।