भोपाल। पुलिस आफीसर्स मैस में दी गई पॉलिटिकल पार्टी के मामले पर समय के साथ धूल नहीं चढ़ी है। इस मामले में मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष कटघरे में हैं और बड़ा सवाल यह उठ खड़ा हुआ है कि 29 दिसम्बर को जब पूरा देश दामिनी की मौत पर शोकसंतृप्त था तब किसी पार्टी में जाने की जरूरत ही क्या थी। इस पार्टी को अटेंड करके अजय सिंह ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच क्या संदेश देने का प्रयास किया है।
कोई भूला नहीं होगा, फिर भी हम याद दिला दें कि 29 दिसम्बर की सुबह इस देश की सबसे दुखदायी सुबह थी जब टीवी पर खबर आई कि दामिनी ने जिंदगी का दामन छोड़ दिया है। लोगों का दामिनी से कोई रिश्ता नहीं था, लेकिन पूरा का पूरा देश शोकमग्न था, ऐसे में मध्यप्रदेश के नेता जश्न मनाने में जुटे हुए थे। क्या भाजपा और क्या कांग्रेस, दोनों तरफ पार्टियों का आयोजन था और मस्ती का दौर चल रहा था।
इधर भाजपा नेता और विधायक विश्वास सारंग पूरी बेशर्मी के साथ अपने जन्मदिवस को महोत्सव बनाने में जुटे हुए थे। भोपाल की सड़कों पर रोडशो आयोजित किए जा रहे थे तो उधर कांग्रेस के 100 से ज्यादा दिग्गज भी शोकमग्न नहीं थे। वो आभा सिंह की पार्टी में रसीले व्यंजनों का आनंद ले रहे थे।
दिन में तीन बार प्रेस रिलीज जारी कर बलात्कार के मामलों में आंसू बहाने वाले अजय सिंह भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने भी आभा सिंह की पार्टी में शिरकत की और पूरा समय दिया। यहां सवाल यह नहीं है कि आभा सिंह ने अपने पति के पद का दुरुपयोग करते हुए कैसे आफीसर्स मैस का उपयोग अपनी पॉलिटिकल इमेज बनाने के लिए किया।
यहां सवाल यह भी नहीं है कि यह गेट टू गेदर आईजी एके सिंह के बच्चों के लिए नहीं, बल्कि आभा सिंह के माथे पर लगा सुरेश पचौरी समर्थक का स्टीकर हटाने के लिए आयोजित किया गया था परंतु सवाल यह है कि सीएम की कुर्सी का ख्वाब देख रहे अजय सिंह ने अपनी पब्लिक इमेज की चिंता किए बिना इस पार्टी में शिरकत आखिर कैसे की।
हम याद दिला दें कि यह पार्टी उस समय चल रही थी जब कांग्रेस प्रेसीडेंट सोनिया गांधी ने अपने सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए थे, परंतु कांग्रेसियों ने अपने कार्यक्रम निरस्त नहीं किए। वो दुखी थे या नहीं प्रश्न यह नहीं है, लेकिन पब्लिक फिगर होते हुए ऐसे हालात में पार्टियां अटेण्ड करना अपने आप में ही शर्म का कारण बन जाता है।
और कुछ नहीं तो अजय सिंह और दूसरे नेताओं को कम से कम यह तो सोच लेना चाहिए था कि जब लोगों को इसके बारे में पता चलेगा तो वो क्या सोचेंगे और इस दिन पार्टी अटेंड करके वो किस मुंह से मध्यप्रदेश में बलात्कार का विरोध कर पाएंगे।
डीबी स्टार की खबर सही है
भोपालसमाचार.कॉम की पड़ताल में पाया गया है कि डीबी स्टार में छपी पत्रकार भीमसिंह मीणा की खबर सही है। यह पार्टी आभा सिंह की ब्रांडिंग के लिए आयोजित की गई थी और इसका स्टूडेंट्स और पेरेन्ट्स से कोई रिश्ता नहीं था। प्रदेश उपाध्यक्ष आभा सिंह पर सुरेश पचौरी समर्थक टेग लगा हुआ है और इस पार्टी के माध्यम से आभा सिंह इस टेग को हटाना चाहतीं थीं, क्योंकि उनका आंकलन था कि पचौरी केंप में दम नहीं रही, परंतु आभा सिंह को इस पार्टी से कुछ हासिल भी नहीं हुआ और बदनामी हो गई सो अलग। पचौरी जी को जरा सा इनवाइट क्या कर डाला, वो भी चले आए रसीले व्यंजनां का आनंद लेने।
इस मामले में लम्बी जांच की जरूरत ही नहीं है। यदि आईजी एके सिंह डीबी स्टार में दर्ज अपने बयान पर कायम हैं तो उन्हें चाहिए कि वो इस पार्टी का वीडियो यूट्यूब पर बिना एडिट किए सार्वजनिक कर दें। अपने आप दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।