छतरपुर। जिले की सहकारी समितियों के चुनाव में प्रारंभ से ही अधिकारियों द्वारा भाजपा नेता के दबाव में व्यापक स्तर पर गड़बडियों और घोर मनमानी तथा नियमों और निर्देशों की उड़ाई जा रही धज्जियों पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है। इस संबंध में कलेक्टर राजेश बहुगुणा को कांग्रेस ने मंगलवार को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें तत्काल कड़ी कायर्वाही की मांग की गई है साथ ही कायर्वाही न होने पर कांग्रेस द्वारा जिले भर में आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक शंकर प्रताप सिंह मुन्नाराजा के साथ जिला कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर श्री बहुगुणा से चर्चा के दौरान जिले के सहकारी चुनाव में हो रही घोर मनमानी पर कड़ी आपत्ति उठाई है। उन्होंने कहा कि जिले की कोई भी ऐसी सहकारी समिति नहीं है, जहां निष्पक्ष चुनाव कराये जा रहे हों। आरोप लगाया गया कि चुनाव के नाम पर भाजपा नेताओं के इशारे पर अधिकारी महज खानापूर्ति कर रहे हैं। सहकारी विभाग के जिला पंजीयक चुनावी गड़बडियों को रोकने में पूरी तरह विफल हैं। उन्होंने कहा कि यदि जिला प्रशासन ने तत्काल हस्तक्षेप कर कड़ी कायर्वाही नहीं की तो कांग्रेस पूरे जिले में आंदोलन छेड़ देगी।
कलेक्टर श्री बहुगुणा ने शिकायतों को उचित बताया और कहा कि मुझे स्वयं इस बात की हैरानी है कि सहकारी समितियों के चुनाव में निष्पक्ष और पारदर्शी कार्य आखिर क्यो नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मैंने स्वयं कुछ सोसायटियों के निर्वाचन अधिकारियों की मनमाने तरीके से लगाई गई ड््यूटी से उन्हें हटवाया है। श्री बहुगुणा ने दो टूक शब्दों में कहा कि जब इस तरह की स्थितियां और वातावरण बनता है तो ऐसे में विरोध के स्वर उठना स्वाभाविक है।
सौंपे गए ज्ञापन के बाद कलेक्टर ने उचित कार्यवाही का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही की गई धांधलियों की जांच कर कायर्वाही की जाएगी। प्रतिनिधि मंडल में जिला कांगे्रस के पूर्व अध्यक्ष जगदीश शुक्ला, जिलाध्यक्ष मनोज त्रिवेदी, जिपं के पूर्व अध्यक्ष वीर सिंह राजपूत, मुहम्मद करीम, योगेश तिवारी, प्रवक्ता द्वय अशोक नायडू, शैलेन्द्र जैन, संतोष तिवारी, मुहम्मद हनीफ, संजय चौरसिया, अरविंद जैन दीपू, मोनू जैन आदि शामिल थे।