सीहोर छात्रावास कांड: राज्यपाल से मिले कांग्रेसी, न्यायिक जांच की मांग

भोपाल। सीहोर में सरकार के अनुदान से ब्राइट स्टार सोशल सोसायटी नामक एनजीओ द्वारा कुछ दिन पूर्व तक गरीब परिवारों की विकलांग बालिकाओं के लिए संचालित छात्रावास में नाबालिग बालिकाओं के साथ अमानवीय व्यवहार के मुद्दे को लेकर मीडिया विभाग के अध्यक्ष मानक अग्रवाल एवं जिला अध्यक्ष (शहर) पी.सी. शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल ने  आज राज्यपाल रामनरेश से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। 

कांग्रेस ने इस ज्ञापन में सीहोर के इस छात्रावास में एनजीओ ब्राइट स्टार सोशल सोसायटी के पूरे प्रबंधन काल की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। मुलाकात के दौरान राज्यपाल को अवगत कराया गया कि कांग्रेस के एक तथ्य अन्वेषण दल ने 16 जनवरी को सीहोर जाकर छात्रावास की बालिकाओं से बातचीत कर छात्रावास के भीतर का सच मालूम करने की कोशिश की थी, किंतु जिला प्रशासन ने ‘‘ऊपरी आदेश’’ का हवाला देकर दल को बालिकाओं से मिलने नहीं दिया। ऐसी स्थिति में छात्रावास को लेकर कई प्रकार के शक जाहिर किये जा रहे हैं।

राज्यपाल को सौंपे गए इस ज्ञापन में कहा गया है कि भोपाल-इंदौर राजमार्ग पर स्थित इस छात्रावास में एनजीओ के प्रबंधनकाल में ‘‘ऐसा कुछ अवश्य घटा है, जो बहुत शर्मनाक है।’’ यदि ऐसा न हुआ होता तो मामले को दबाने की उच्च स्तरीय कोशिश कदापि नहीं की जाती। कांगे्रस ने इस बात पर आश्चर्य प्रगट किया है कि छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में आश्रम स्कूल की मासूम लड़कियों के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना उजागर होने के बाद भी राज्य सरकार सतर्क और सक्रिय नज़र नहीं आ रही है। 

प्रतिनिधि मंडल में नगर निगम अध्यक्ष कैलाश मिश्रा, पूर्व महापौर विभा पटेल, ईश्वरसिंह चौहान, युवा कांग्रेस के लोकसभा क्षेत्र अध्यक्ष मनोज शुक्ला, जिला प्रवक्ता आनंद तारण, मोनू सक्सेना, गुडडू चैहान, अकबर बेग, गुडडू खान, निजामुद्दीन चांद, सैयद अहमद सुरूर, रेहान गोल्डन, रफीक कुरैशी, वहीद लश्करी तथा गुड्डू पाशा भी शामिल थे।

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