कलेक्टर ने की 20 डीएड कॉलेजों की मान्यता निरस्त करने की सिफारिश

shailendra gupta
भोपाल। ग्वालियर जिले के अधिकतर डीएड कॉलेज जांच में फर्जी पाए गए हैं। जांच टीमों को कॉलेजों में न छात्र मिले, न स्टाफ। कुछ कॉलेज तो बंद भी मिले। टीमों ने 20 दिन में 22  कॉलेजों की जांच की। जांच रिपोर्ट के  आधार पर कलेक्टर ने माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव को इन कॉलेजों की मान्यता खत्म करने की सिफारिश की है। 

माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव संतोष मिश्रा से दो जनवरी को हजीरा निवासी देवेंद्र प्रताप सिंह ने फर्जी बीएड एवं डीएड कॉलेजों को लेकर शिकायत की थी। इसमें शहर के 20 कॉलेजों के नाम थे। शिकायत में इस बात का उल्लेख था कि अधिकतर कॉलेजों के पास भवन व स्टाफ नहीं है। शिकायत की जांच के लिए श्री मिश्रा ने 18 जनवरी को कलेक्टर पी नरहरि को पत्र लिखा। इसके बाद कलेक्टर ने डीएड कॉलेजों की जांच के लिए छह  टीमें गठित कीं। रिपोर्ट चार दिन पहले कलेक्टर को मिली।


खत्म होगी संबद्धता


माशिमं के सचिव संतोष मिश्रा ने कहा कि  कमियों के आधार पर कॉलेजों को संबद्धता खत्म  करने का नोटिस जारी करेंगे। किस  कॉलेज में कितने छात्र पढ़ रहे हैं,  इसकी जानकारी ली जाएगी। यदि  छात्र फर्जी होंगे तो उनके प्रवेश निरस्त होंगे।


इन कॉलेजों में मिला गड़बड़ झाला


  1. रॉयल कॉलेज ऑफ एजुकेशन, झांसी रोड : झांसी रोड पर संचालित नहीं है। पहले जहां फ्लैक्स बोर्ड लगा था, अब वहां नया भवन बन रहा है।
  2. नागाजी इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर्स एजुकेशन, झांसी रोड : एनआईटीएम कैम्पस में संचालित कॉलेज में प्राचार्य व छात्र नहीं मिले।
  3. अंश शिक्षा महाविद्यालय, केदारपुर : जांच के समय प्राचार्य व छात्र नहीं मिले। कॉलेज बंद मिला। रिजल्ट नहीं आने से कक्षाएं संचालित नहीं मिलीं।
  4. बालाजी कॉलेज, डबरा : छात्र व स्टाफ नहीं मिला, लैब खाली थीं, खेल मैदान भी नहीं मिला।
  5. केएस एजुकेशन कॉलेज, पिपरौली : डीएड पाठ्यक्रम संचालित नहीं है।
  6. प्रेस्टन कॉलेज, खुरैरी : भवन, लैब है पर छात्र नहीं मिले।
  7. वीआईपीएस कॉलेज, नूराबाद : भवन, लैब, फर्नीचर है पर डीएड प्रशिक्षणार्थी नहीं मिले।
  8. वैष्णव कॉलेज ऑफ एजुकेशन, निरावली : डीएड पहले व दूसरे वर्ष के छात्र उपस्थित नहीं मिले।
  9. वैष्णव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, निरावली : स्टाफ नहीं था, प्रशिक्षण भी होना नहीं पाया गया।
  10. एचआईसीटी शिक्षा महाविद्यालय, अडुपुरा : कक्षाएं नियमित नहीं लगती हैं। स्टाफ व छात्र नहीं मिले।
  11. क्लार्कसन इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर्स एजुकेशन, बड़ागांव : रिकॉर्ड नहीं दिखाया गया। स्टाफ व छात्र नहीं मिले।
  12. सरदार ज्ञान सिंह मेमोरियल कॉलेज, बड़ागांव : छात्र, स्टाफ व रिकॉर्ड नहीं मिला। प्रशिक्षण जैसे हालात नहीं थे।
  13. आर्यन कॉलेज ऑफ एजुकेशन, मुरार : प्रदेश के बाहर के छात्र पढ़ते हैं जो कभी-कभी आते हैं। मौके पर स्टाफ-छात्र नहीं मिले।
  14. आईआईपीएस : कक्षाएं संचालित नहीं मिलीं, स्टाफ-छात्र नहीं थे। सुनील गौड़ ने बताया एडमिशन नहीं हुए हैं।
  15. इंद्रप्रस्थ कॉलेज, सिरसा : दो दिन में तीन बार निरीक्षण किया पर कॉलेज में कोई नहीं मिला।
  16. श्री सिद्ध विनायक कॉलेज, खुरैरी : प्रथम वर्ष के छात्र नहीं मिले। शिक्षण होते नहीं मिला।
  17. सन इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर्स डांग, गुठीना : भवन निर्माण हो रहा है। कक्षाओं का संचालन नहीं मिला।
  18. आईएटीएस कॉलेज, आदित्यपुरम : प्रशिक्षण नियमानुसार नहीं हो रहा है। डीएड कक्षाएं नहीं लगती मिलीं।
  19. रॉयल कॉलेज ऑफ एजुकेशन एंड रिसर्च, झांसी रोड : डीएड की कक्षाएं चलते नहीं मिलीं।
  20. वंदेमातरम् शिक्षा महाविद्यालय, मोतीझील : कई कोर्स चलते हैं, पर जगह कम है। डीएड के छात्र व स्टाफ नहीं मिला।
  21. सर्वधर्म टीचर्स प्रशिक्षण केंद्र, बड़ागांव : भवन ठीक बना है। कॉलेज में डीएड, एमएड व नर्सिंग कोर्स चलते हैं। कक्षाएं संचालित मिलीं।


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