श्योपुर/ पुलिस की तीन पार्टियों की सोमवार-मंगलवार की रात बरगवां थाना क्षेत्र के डोब नदी के घनघोर जंगल में पांच सदस्यीय डकैत गिरोह के बीच फायरिंग हो गई। इस मुठभेड़ के बाद पुलिस ने दो डकैतों को जिंदा गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान तीन डकैत फरार हो गए।
पुलिस के हत्थे चढ़े डकैतों ने छह लूट और एक हत्या की वारदात को कबूला है। डकैतों के कब्जे से हथियार और एक ट्रैक्टर-ट्रोली जब्त की गई है। पुलिस ने फरार हुए तीनों डकैतों पर पांच-पांच हजार का इनाम घोषित कर स्केच जारी किया है। सभी डकैत राजस्थान के करोली के निवासी बताए गए हैं।
मंगलवार को एसडीओपी ऑफिस में एसपी महेन्द्र सिंह सिकरवार ने खबरनवीसों को बताया कि सोमवार रात 10 बजे के लगभग पांच डकैतों के डोब नदी किनारे जंगल में मूवमेंट होनेे की खबर मिली थी। मुखबिर की सूचना के बाद एएसपी संजय सिंह, श्योपुर एसडीओपी अशोक सिंह भदौरिया, बड़ौदा एसडीओपी जेपी उइके के नेतृत्व में तीन पार्टियों को कार्रवाई के लिए भेजा गया।
पुलिस ने रात 12 बजे के बाद डकैतों की चहुंओर से घेराबंदी कर आत्मसमर्पण के लिए ललकार लगाई, लेकिन डकैतों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस को भी बचाव में जवाबी फायरिंग करनी पड़ी। इस बीच पुलिस ने दो डकैतों भूरा उर्फ मोहर सिंह पुत्र मुंशीलाल मीणा निवासी पांचोली, रामकेश पुत्र लोहरे मीणा निवासी जगडरपुर को दबोच लिया। जबकि रामकुमार उर्फ रामसहाय मीणा निवासी कनर्दा, अमर सिंह मीणा निवासी जगडरपुर, केशव मीणा निवासी जगडरपुर थाना मडरायल अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। एसपी के मुताबिक पुलिस को गिरफ्तार किए गए दोनों डकैतों के कब्जे से 315 बोर के दो कट्टे, 4 जिंदा कारतूस, 10 खाली खोके सहित राजस्थान के खंडार से लूटी गई ट्रैक्टर-ट्रोली बरामद हुई है। पुलिस पूछताछ में डकैतों ने श्योपुर जिले में एक हत्या और छह लूट की वारदात को अंजाम देना कबूल किया है।
अकड़ दिखाई तो गोलियों से भूनकर मार डाला
श्योपुर। मुठभेड़ में पुलिस के हत्थे चढ़े डकैतों ने बरगवां थाना क्षेत्र में सोलह महीने पहले पहले अंजाम दी गई एक ट्रैक्टर-ट्रोली और हत्या की वारदात को भी स्वीकार किया है। डकैतों ने पूछताछ में बताया कि महिन्द्रा ट्रैक्टर-ट्रोली लूटने के बाद चालक अयूब पुत्र मुमरेज खान (45) निवासी गांधी नगर श्योपुर की पेड़ से बांधकर मारपीट की गई थी।
मारपीट के बाद चालक ने उन्हें अकड़ दिखा दी। इसलिए डकैतों ने गोलियों से भूनकर अयूब की निर्मम हत्या कर दी। गौरतलब है कि पुलिस को इस मामले में जंगल से नरकंकाल मिला था, जिसका डीएनए कराने के बाद पुलिस तफ्तीश को अंजाम दे रही थी।
यह वारदातें भी कबूली
- सोंई के हार से ट्रैक्टर मालिक ओमप्रकाश शिवहरे की मारपीट करने के बाद लूटी गई ट्रैक्टर-ट्रॉली इस गैंग द्वारा लूटी गई, जिसके बाद उक्त ट्रैक्टर-ट्रॉली को इन बदमाशों के द्वारा विजेंद्र निवासी सरमथुरा राजस्थान को बेच दिया गया।
- ढेंगदा के जंगल से लूटी गई ट्रैक्टर-ट्रॉली, कराहल थाना क्षेत्र से लूटी गई सीटी 100 मोटरसाइकिल तथा वर्ष 2009 में बरगवां थाना क्षेत्र में बोलेरो गाडी एमपी 31 सीए 0117 को लूटने संबंधी वारदात भी इसी गैंग द्वारा अंजाम दी गई।
- राजस्थान के खण्डार क्षेत्र से भी इनके द्वारा एक ट्रैक्टर लूटा गया था। जिसे बरामद कर लिया गया है। इसके अलावा राजस्थान में इनके द्वारा आधा दर्जन के करीब वाहन लूट की वारदातों को अंजाम देने की जानकारी मिली है।
इनकी रही विशेष भूमिका
इस मामले में एएसपी संजय सिंह, एसडीओपी अशोक सिंह भदौरिया, जेपी उइके के अलावा टीआई विजयपुर प्रवीण अष्ठाना, टीआई कोतवाली वीएस कुशवाह, टीआई बड़ौदा एएल आजाद,बरगवां थाना प्रभारी शिशिरदास, वीरपुर थाना प्रभारी देवेश भदौरिया, ओछापुरा थाना प्रभारी छगन सिंह बघेल, सेसईपुरा थाना प्रभारी अभिषेक उपाध्याय आदि की विशेष भूमिका रही।
इनका कहना है...
इनाम घोषित किया है...
दो डकैतों को दबोचने वाली पुलिस टीम को पांच हजार का इनाम दिया जाएगा। फरार हुए तीन डकैतों को दबोचने के लिए एसडीओपी अशोक सिंह भदौरिया के नेतृत्व में टीम गठित कर पांच-पांच हजार का इनाम घोषित किया है। बदमाशों के स्केच भी जारी किए हैं।
महेन्द्र सिंह सिकरवार
एसपी, श्योपुर