भोपाल। मिसरोद से बायपास तिराहे तक की सड़क, 6 लेन बनेगी। इसके लिए मिसरोद के साथ ही रतनपुर और भैंरोपुर में किसानों की जमीन का अधिग्रहण करने के लिए चिह्नांकन शुरू हो गया है। आगामी छमाही में भू अर्जन के बाद सड़क चौड़ीकरण का काम शुरू होने की संभावनाएं हैं।
दरअसल, राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में हो रही देरी के पीछे वांछित जमीन का अधिग्रहण नहीं हो पाना है। भू अर्जन प्रक्रिया के तहत भूमि का चिह्नांकन, मूल्यांकन करके दावे आपत्तियों का निराकरण करके अवार्ड घोषित करने में 6 महीने का समय लगता है। इस बीच पहले से तैयार सड़क की मरम्मत की नौबत आ जाती है, इसीलिए भूमि अर्जन का दबाव बढ़ गया है।
भोपाल इंदौर मार्ग के तैयार हो जाने पर दूसरे प्रमुख मार्गों के भी चौड़ीकरण एवं सुधार का दबाव बढ़ा है। ऐसे में एनएच- 12 और एनएच-69 को पूरा करवाने के लिए भूमि अर्जन का प्लान अगले पंद्रह दिन में तैयार हो जाएगा। इसके बाद कलेक्टरों भू अर्जन पूरा करवाएंगे।
बीआरटीएस के तहत मिसरोद तक ही सड़क का चौड़ीकरण किया गया है। इसके बाद 2.08 किमी लंबाई में एनएच-12 का एक्सटेंशन करके सड़क को 6 लेन चौड़ी करके बायपास तिराहे से मिलाया गया है। इस तरह जबलपुर से भोपाल तक 294 किमी लंबा एनएच-12 निर्मित होगा।