विदिशा। विदिशा जिले से 27 किलोमीटर दूर गुलाबगंज रेलवे स्टेशन पर दो बच्चों की रेल पटरी क्रास करते वक्त ट्रेन से कटने से हुई मौत के बाद गुस्सायी भीड़ ने स्टेशन को आग के हवाले कर दिया। आगजनी में रेलवे टेक्निशियन भगवान दास की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। जबकि सहायक स्टेशन मास्टर संकेत बंसल के साथ तहसीलदार एचएन विश्वकर्मा झुलस गए। संकेत बंसल को 70 प्रतिश जली हुई हालत में भोपाल के नेशनल हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं एक अन्य छात्र भी इस हादसे में जल गया, जिसे भोपाल मेमोरियल हास्पिटल में भर्ती कराया गया है।
उपद्रवियों के डर से स्टेशन मास्टर और बाकी स्टाफ स्टेशन छोड़कर भाग खड़े हुए थे। गुस्साई भीड़ को काबू में लाने के लिए विदिशा से पुलिस फोर्स भेजा गया, तब कहीं जाकर स्थिति को नियंत्रण में लिया जा सका। आगजनी के चलते रेलवे के सिग्नल खराब हो गए, जिससे अप-डाउन दोनों ओर की ट्रेनें घंटों खड़ीं रहीं।
हादसा उस वक्त हुआ जब अनम और अली बच्चे जिनकी उम्र 4 और 12 वर्ष है भोपाल से अपनी नानी के घट ग्राम मुंगवाराछा आए हुए थे। रेलवे स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी के नीचे से निकलते हुए दूसरी पटरी भी पार कर रहे थे तभी तिरुपति बालाजी एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। घटना की जानकारी लगते ही आसपास के हजारों लोग वहां एकत्रित हो गए और गुस्साई भीड ने गुलाबगंज स्टेशन पर हमला बोल दिया।
भीड़ ने स्टेशन को आग के हवाले कर दिया एवं ड्यूटी पर तैनात रेलवे कर्मचारियों पर भी जानलेवा हमला कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वहां पहुंचे तहसीलदार हरिशंकर विश्वकर्मा को भी गुस्साई भीड़ का सामना करना पड़ और वे भी आग में झ्लस गए। जानकारी मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे।
इस घटना के बाद गुलाबगंज स्टेशन से गुजरने वाली अप एंड डाउन दोनों ओर की ट्रेनें रोक दी गई थीं। ट्रेनों को भोपाल, सांची, विदिशा, गुलाबगंज, पवई, गंजबासौदा, बरेठ, मंडी बामोरा और बीना रोक कर रखा गया। इससे कई यात्री ट्रेने अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं। इससे यात्रियो को भारी परेशानी का सामना करना पडा। दोपहर लगभग साढे 12 बजे स्थिति पर काबू पाया गया।
गौरतलब है कि गुलाबगंज स्टेशन पर पिछले कई वर्षों से फुट ओवर ब्रिज की मांग स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही थी और जब ये घटना घट गई तो भड़क गए। गुस्साई भीड ने पत्रकारों एवं फोटोग्राफरों पर भी पथराव किया है। इस घटना से रेलवे से जुड़ी सुरक्षा पर गंभीर सवालिया निशान लग गया है।
इस घटना के विरोध में भोपाल रेलवे स्टेशन पर रेलवे कर्मचारियों ने हंगामा करके कामकाज रोक दिया वहीं सागर में भी इस घटना के विरोध में ज्ञापन सौंपा गया।