महिला आयोग: न नेता पहुंचे न अधिकारी, ममता ने कहा इसे कहते हैं गैरजिम्मेदारी

shailendra gupta
भोपाल। राजधानी में आज महिला आयोग द्वारा आयोजित दिशा निर्देशिका के विमोचन कार्यक्रम में मध्यप्रदेश सरकार एवं शासन की ओर से कोई भी आमंत्रित अतिथि नहीं पहुंचा। इससे गुस्साई महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मीडिया के सामने मध्यप्रदेश सरकार को खूब खरीखोटी सुनाई। 

महिला आयोग द्वारा आज राजधानी में महिलाओं के विरुद्ध यौनहिंसा पर दिशा निर्देशिका का विमोचन एवं चर्चा का आयोजन किया गया था। राज्य संग्रहालय श्यामला हिल्स में आयोजित इस आयोजन में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता एवं महिला एवं बाल विकास मंत्री रंजना बघेल आमंत्रित थी। उनके नाम आमंत्रण पत्र भी प्रकाशित किए गए थे, परंतु आयोजन में कोई भी नहीं पहुंचा।



इतना ही नहीं संबंधित विभागों की ओर से आमंत्रित अधिकारी भी इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। महिला आयोग को यह आयोजन बिना सरकार और प्रशासनिक उपस्थिति के ही पूरा करना पड़ा। 

इस कार्यक्रम के बाद महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष ममता शर्मा ने कहा कि महिला अपराधों के मामले में मध्यप्रदेश के नेता और अधिकारियों का रवैया चिंताजनक है। वो महिला अपराधों के प्रति कतई गंभीर नहीं है। उन्होनें कहा कि मध्यप्रदेश की पुलिस तो इससे भी एक कदम आगे बढ़ गई है। यहां पुलिस पीड़ित महिलाओं की सुनवाई तो नहीं करती, उल्टे उन्हें ही प्रताड़ित करती है। 

ममता शर्मा ने बताया कि हमारे पास महिला अपराधों की सबसे ज्यादा शिकायतें मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ से आतीं हैं। मध्यप्रदेश की हालत तो यह हो गई है कि हमें अपना एक सदस्य मध्यप्रदेश के मामलों को देखने के लिए ही नियुक्त करना पड़ा। 

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