भोपाल। रीवा में जिस राइसमिल के वेयरहाउस के मलवे में दबकर दर्जनभर मजदूरों की मौत हुई है वो मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ला के भाई महेन्द्र शुक्ला की है एवं अभी तक महेन्द्र शुक्ला के खिलाफ कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया गया है।
आज पूरे मध्यप्रदेश में दिनभर चर्चा का विषय रहे इस दिल दहालादेने वाले हादसे में समाचार लिखे जाने तक न तो प्रशासन ने मिल मालिक के खिलाफ कोई कार्रवाई की थी और न ही कांग्रेस की ओर से मिल मालिक को अरेस्ट करने की मांग की गई।
कांग्रेस की ओर से औपचारिक विरोध दर्ज कराने के लिए नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने बयान जारी किया जिसमें केवल मृतकों को मुआवजा एवं जांच की मांग की गई।मुआवजे तक तो बात समझ आती है परंतु जांच की मांग समझ से बाहर है।
यदि यही मामला किसी अन्य व्यापारी की राइसमिल में हुआ होता तो अब तक मिल मालिक को अरेस्ट कर लिया गया होता, परंतु मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार से फिक्स विरोध कर रही कांग्रेस ने भी इस मामले में केवल औपचारिकता ही पूरी की।