राजधानी में बढ़ने वालीं हैं जमीनों की कीमतें

shailendra gupta
भोपाल। बाजार दर के बराबर जमीनों के दाम करने के नाम पर जमीनों की दर में 20 से 28 प्रतिशत तक इजाफा होने के आसार हैं। जिले की सर्वे रिपोर्ट पर विचार करने के लिए उप जिला मूल्यांकन समिति की तीसरी और अंतिम बैठक शनिवार को कलेक्टोरेट में होगी। इसमें जमीनों की दरें कहां बढ़ानी है और कहां इसे बराबर लाना है, अधिकारी इस पर मंथन करेंगे।

सातों वृत्तों की रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के बाद इसे स्वीकृति के लिए जिला मूल्यांकन समिति को भेजा जाएगा। गौरतलब है कि पिछले पांच साल में कलेक्टर गाइड लाइन की दरों में दस गुना से ज्यादा बढ़ोतरी हो चुकी है। इसके बाद भी राजस्व आय बढ़ाने के लिए जमीन की सरकारी दरों को बाजार भाव के बराबर लाने का सिलसिला तीन साल सा जारी है। 

इसी के तहत एक बार फिर जमीनों के मूल्य बाजार भाव के बराबर ले जाने के लिए कवायद चल रही है। इसके लिए राजस्व निरीक्षकों और पटवारियों ने बिल्डर एवं कॉलोनाइजर द्वारा बेची जाने वाली प्रॉपर्टी की पूरी रिपोर्ट तैयार करके उप मूल्यांकन समिति को सौंप दी है। 

रिपोर्ट के आधार पर वर्ष 2013-14 के लिए जमीनों की दरों में 20 से 28 प्रतिशत इजाफा होना तय है। इन क्षेत्रों में बढेंÞगे जमीनों के दाम: राजस्व अधिकारियों की मानें तो जिले में कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां दरें कम हैं और बिल्डर अधिक फायदा ले रहे हैं।



यहां 50 प्रतिशत तक बढ़ जाएंगी कीमतें 


इसमें बैरागढ़ के आगे इंदौर रोड, ब्यावरा- नरसिंहगढ़ रोड, रायसेन रोड, खजूरी कलां, बरखेड़ा पठानी, होशंगाबाद रोड, कोलार, बोरदा, कालापानी रोड, रातीबढ़, नीलबड़, लांबाखेड़ा, बैरसिया रोड, भानपुर तथा एयरपोर्ट रोड आदि हैं। इसके साथ ही बैरसिया क्षेत्र में जमीनें खरीदना आम आदमी के लिए मुश्किल हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि, इस क्षेत्र की जमीनों में अफसरों की दिलचस्पी बढ़ गई है, जिसके चलते जमीनों की दरों में 40 से 50 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की जा सकती है।

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