भोपाल। राजधानी के सभी ट्रेफिक सिग्नल अब सौर ऊर्जा से रौशन होंगे। मध्यप्रदेश शासन के वित्त विभाग ने म.प्र.योजना आयोग के नवाचार मद से इसके लिए लगभग 3 करोड़ रूपये स्वीकृत किये हैं। इस मामले में कमिश्नर नगर निगम एवं कलेक्टर भोपाल ने काफी प्रयास किए।
कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि नगर निगम ने शहर के 17 वर्तमान ट्रेफिक सिग्नलों को सौर ऊर्जा से बिजली प्रदान करने, सौर ऊर्जा आधारित नये ट्रेफिक सिग्नल लगाने के लिए योजना आयोग को प्रस्ताव दिया था। नगर निगम आयुक्त विशेष गढपाले ने प्रमुख सचिव(वित्त) की अध्यक्षता में गठित स्वीकृति समिति के समक्ष परियोजना का प्रस्तुतिकरण किया।
उन्होंने राज्य शासन और योजना आयोग के अधिकारियों को अवगत कराया कि नगर निगम सौर ऊर्जा आधारित सिग्नल स्थापना के अलावा पैदल सड़क पार करने वाले नागरिकों की सुविधा के लिए पेडेस्टियन रिक्वेस्ट सिग्नल भी स्थापित करेगा। आधुनिक तकनीक पर आधारित पेडेस्टिन रिक्वेस्ट सिग्नल में कलर चेंज होने पर ऑडियो बीप एनाउंसमेंट की भी व्यवस्था रहेगी। इसी तरह 60 जंक्शन पर सौर ऊर्जा आधारित ब्लिकर स्थापित किया जाने को भी स्वीकृति दी गई।
कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने बताया कि सौर ऊर्जा आधारित सिग्नलों के बिजली का खर्च के मुकाबले एक तिहाई होता है। सौर ऊर्जा चलित सिग्नल में धूप के समय के अलावा चार घंटे का बिजली बैकअप भी होता है। इससे बिजली कटौती के समय में भी सिग्नल चालू रहेंगे। कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने आज नगर निगम कमिश्नर विशेष गढपाले के साथ शहर के उन स्थानों का भ्रमण किया जहां पर सौर ऊर्जा आधारित सिग्नल लगाए जाने हैं। भ्रमण के समय संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।