खंडवा। भोले-भाले आदिवासियों को नौकरी पैसा व अंग्रेजी शिक्षा का लालच देकर उनके धर्मान्तरण की कोशिश का मामला जिले के आदिवासी बाहुल्य विकासखंड के ग्राम गुलाईमाल में प्रकाश में आया है। कुछ जागरूक व चिंतित युवाओं की सजगता के चलते पुलिस ने धर्मान्तरण के लिए लालच देने वाले लोगों को पकड़कर खालवा पुलिस के हवाले किया।
खालवा मुख्यालय से 20 कि.मी.दूर वनग्राम गुलाईमाल में ग्रामीणों ने ईशाक पिता राजामणी निवासी तमिलनाडु व राजू पिता शिकारिया निवासी राजपुरा पंधाना को पकड़कर खालवा पुलिस के हवाले किया। इसके साथ ग्राम सावलीखेड़ा से भी ग्रामीणों ने तीन लोगों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। मामला धर्मान्तरण से जुड़ा होने के कारण शनिवार देर रात तक थाने में हिन्दू संगठनों व ग्रामीणों की भीड़ जमा रही।
ग्रामीणों के मुताबिक आरोपीगण भोले-भाले आदिवासियों को नौकरी पैसा व अंग्रेजी शिक्षा सहित विदेश में नौकरी व लालच देकर अपना धर्म अपनाने पर जोर दे रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त लोगों द्वारा समय समय पर बैठके आयोजित कर धर्मान्तरण के लिये उकसाया जाता है।
खालवा थाना प्रभारी ओमेश मार्को ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा शिकायत दर्ज कराने पर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों द्वारा आदिवासियों को लालच देकर उनका धर्म अपनाने की बात सामने आई है। ग्रामीणों की शिकायत पर ईशाक पिता राजामणि निवासी तमिलनाडु, राजू पिता शिकारिया निवासी राजपुरा पंधाना, अशोक पिता अनवर ख्रिचन (50वर्ष) निवासी चुड़िया जिला फतहगढ़ पंजाब, आनंद पिता सोहनलाल ईसाई निवासी दिल्ली, अर्जुनसिंग पिता अमृतलाल (45वर्ष) निवासी दिल्ली के खिलाफ धारा 295 (क) धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है।
आरोपी ईशाक जहां विगत 2 वर्षो से खालवा में रह रहा था वहीं कुछ लोग ग्राम सांवलीखेड़ा में किराये का मकान लेकर रह रहे थे। रविवार सुबह भी हाउंसिंग बोर्ड कॉलोनी खालवा स्थित के.सी.विश्वास ने मकान में किराये से रह रहे कुछ लोगों को पुलिस द्वारा पूछताछ के लिये खालवा थाने लाया गया। ग्रामीणों द्वारा शंका जताई जा रही थी कि उक्त लोग भी आरोपियों के साथी व धर्मान्तरण में शामिल है।
खबर तेज न्यूज नेटवर्क द्वारा प्राप्त