भोपाल। युवा मोर्चा में संघ की पृष्ठभूमि से आए नए प्रदेश अध्यक्ष अमरदीप मौर्य की नियुक्ति से जीतू जिराती संतुष्ट नहीं है और इसी के चलते उन्होंने आज राजधानी में हुई पुराने कार्यकर्ताओं की मीटिंग का अघोषित बहिष्कार किया।
आज हुई मीटिंग में जीतू जिराती की अनुपस्थिति चर्चा का विषय रही। सूत्र बताते हैं कि जिराती अपनी पसंद के व्यक्ति को युवा मोर्चा में सेट करना चाहते थे परंतु नई नियुक्ति से पहले उनकी राय तक नहीं पूछी गई। इससे वो नाराज बने हुए हैं। जिराती समर्थकों का कहना है कि युवा मोर्चा, भाजपा का फ्रंटलाइन आर्गेनाइजेशन है और ऐसे संगठन में ऐसे व्यक्ति की नियुक्ति जिसका अपना कोई जनाधार न हो, कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता।
जिराती की टीम ने अमरदीप मौर्य के साथ असहयोग की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने अप्रत्यक्ष चुनौती पेश की है कि देखते हैं अमरदीप मौर्य अपनी कार्यशैली से युवा मोर्चा को कहां ले जाते हैं।
इधर विश्वास सारंग के प्रभारी बनने के बाद सारंग समर्थक बहुत खुश हैं। उनका मानना है कि मौर्य के पास जमीनी कार्यकर्ताओं की कोई सूची नहीं है अत: कार्यकारिणी वही बनेगी जो विश्वास चाहेंगे। निश्चित रूप से कार्यकारिणी में सारंग समर्थकों की संख्या ज्यादा ही होगी।