श्योपुर/ श्योपुर विधायक रामनिवास रावत ने आरोप लगाया है कि श्योपुर का जिला प्रशासन जिसे ओलावृष्टि से बर्बाद हुए किसानों के खेतों में होना चाहिए था, वो सीएम के सत्कार की तैयारियों में जुटा हुआ है। विधायक ने सीएम को चिट्ठी लिखकर पूछा है कि कृपया स्पष्ट करें कि आपकी प्राथमिकताएं क्या हैं, किसानों की मदद या विजयपुर का आयोजन।
मुख्यमंत्री जी! श्योपुर जिले के कई गांवों में 15 और 16 फरवरी को जबरदस्त ओलावृष्टि हुई है। भीषण ओलावृष्टि होने के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गई है। ओलावृष्टि ने किसानों को बर्बाद कर दिया है। इसके बाद भी जिला प्रशासन किसानों की बर्बादी को लेकर गंभीर नहीं है। अब तक अफसरों को किसानों के खेतों में होना चाहिए था, लेकिन अधिकारी है कि 23 फरवरी को विजयपुर में होने वाले आपके प्रवास को प्राथमिकता दे रहे हैं।
जी हां, कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने कुछ इसी अंदाज में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी लिखी है। रावत ने चिट्ठी में लिखा कि विजयपुर, श्योपुर, कराहल, बड़ौदा के तकरीबन एक सैकड़ा गांवों में ओलावृष्टि हुई है। बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों के सपनों पर पानी फेर दिया है। खेतों में लहलहाती फसल ओलावृष्टि से नष्ट हो चुकी है।
हालात यह है कि सरसों, गेहूं और चना की फसल में तकरीबन 60 से 80 फीसदी तक नुकसान हुआ है। रावत ने सीएम को बताया कि उनके द्वारा ओला प्रभावित गांवों का दौरा कर जिला प्रशासन को स्थित से अवगत कराया गया है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि प्रशासन के तमाम अधिकारी किसानों की बर्बादी को तवज्जों देने की बजाय मुख्यमंत्री के प्रवास की तैयारियों में व्यस्त है।
तत्काल वितरित करें मुआवजा
विधायक रावत ने सीएम से मांग की कि ओलावृष्टि का तत्काल आंकलन करने के लिए प्रशासन को सर्वे के लिए निर्देशित करें। सर्वे कराने के बाद किसानों को नुकसान की भरपाई के लिए वाजित मुआवजा दिया जाए। चिट्ठी में रावत ने हवाला दिया कि किसानों को मुआवजा न मिलने की सूरत में वे न आंदोलन के साथ ही विधानसभा में मामले को उठाएंगे।