भोपाल। 14 फरवरी से चल रही संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल आज समाप्त हो गई। बताया जा रहा है कि सरकार ने आंदोलनकारी कर्मचारियों की सभी मांगे मान लीं हैं एवं मार्च माह में एक पंचायत का आयोजन कर सीएम सभी मांगों को स्वीकार कर लेंगे।
अपनी मांगों को लेकर मध्यप्रदेश में 84 हजार मैदानी स्तर के स्वास्थ्य कर्मचारी आंदोलन कर रहे थे और इसके चलते मध्यप्रदेश के ग्रामीण इलाकों की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप हो गईं थी। पहले पहल तो सरकार ने इस आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया एवं एस्मा लागू कर आंदोलनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी की परंतु जैसे ही आंदोलनकारियों ने सामूहिक इस्तीफे की रणनीति बनाई तो सरकार हड़बड़ा गई और इससे पहले कि सोमवार को यह आंदोलन उग्र रूप लेता, सरकार ने रविवार को ही कर्मचारी नेताओं से मिलकर उनकी सभी मांगों को स्वीकार कर लिया।
बताया जा रहा है कि मार्च माह के तीसरे सप्ताह में भोपाल में संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की एक महापंचायत का आयोजन किया जाएगा और इसी महापंचायत में सीएम सभी मांगों को पूरा करने की घोषणा करेंगे। इस पंचायत के लिए फिलहाल प्रस्तावित तारीख 20 मार्च तय की गई है।
क्या थीं मांगें
1. तत्काल प्रभाव से छटवां वेतनमान लागू किया जावे।
2. 15 अप्रैल 2013 तक नियमितिकरण।
3. आशा कार्यकर्ताओं को निष्चित मानेदय।
4. लिंगभेद के आधार पर नियुक्ति में भेदभाव खत्म।
5. सभी कार्यक्रमों से हटाये गये कर्मचारियों को पुनः वापिस लिया जावेगा।