भोपाल। जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के आईपी ब्रांच के छात्रों के साथ मारपीट किये जाने के मामले में शुक्रवार की दोपहर छात्रों ने जांच समिति के प्रोफेसर एके शर्मा, ज्योत्सना चौबे, एमपी परसाई के सामने पेश होकर यह बयान दिया है कि प्रोफेसर डीके पाठक ने उनके साथ मारपीट की और एक छात्र हरीश कोरी को लात भी मारी।
यही नहीं, जिस छात्र ईशांत का कान का पर्दाफटा है, उसके साथ भी बेरहमी से पिटाई की गई है और पिटाई का विरोध करने पर उसकी फिर से पिटाई की गई। छात्र अर्पित दुबे और प्रदीप सराठे ने भी प्रोफेसर पाठक द्वारा थप्पड़ मारने की बात कही है। बयान में यह भी कहा है कि श्री पाठक लास में आए और उन्होंने पिछली बार दिये गये प्रश्नों के उत्तर के बारे में पूछा और फिर आईपी छात्रों को गधा बताते हुए मारपीट शुरू कर दी। अन्य छात्र विशाल सिंह, मोहित ने कहा कि छात्रों पर गुस्सा उतारकर लास से बाहर निकल जाने को कहा था।
जांच के दौरान स्टूडेंट्स पूरी तरह से एकजुट थे एवं किसी भी प्रकार के दवाब में आने के लिए तैयार नहीं थे। सामान्यत: ऐसे मामलों का खुलासा होने के बाद जब जांच शुरू होती है तो अपने पेरेंट्स की सलाह या परीक्षाओं में प्रोफेसर्स की भूमिका को ध्यान में रखते हुए स्टूडेंट्स अपने कदम वापस खींच लेते हैं, लेकिन इस मामले में स्टूडेंट्स पीछे हटने के मूड में दिखाई नहीं दे रहे।
छात्राओं की कॉपियां फेंक दी
इंजीनियरिंग छात्राओं ने यह खुलासा भी किया है कि उनसे भी अभद्रता की गई और उनकी कॉपियां फेंक दी गई। इस मामले में छात्रा हर्षिता पटेल, आकृति डेकाटे, सुषमा, अर्चना तिवारी ने बताया है कि उन्होंने कॉलेज में किसी प्रोफेसर को इस तरह छात्रों को पीटते पहली बार देखा है। छात्राओं कहा है कि वे मारपीट की इस घटना से बेहद डरी हुईं हैं। इस मामले में वे कड़ी कार्रवाई चाहती हैं।
प्रोफेसर ने भी शिकायत दी
एक छात्र ईशांत श्रीवास्तव द्वारा कान का पर्दा पिटाई से फट जाने की शिकायत करने के बाद इस मामले में प्रोफेसर डीके पाठक ने भी कल रांझी थाने में शिकायत देकर कहा है कि वे जब लास में पहुंचे तो छात्र शैतानी कर रहे थे। जब उन्होंने उन्हें मना किया तो छात्रों ने उनके साथ हाथापाई कर दी, जिससे उन्हें सिर और आंख में चोटें आईं हैं।