भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य, संघ के प्रचारक, पूर्व विधायक और पूर्व सांसद श्री नारायण प्रसाद गुप्ता की आज भदभदा श्मशान घाट में राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि संपन्न हुई। पुलिस बैंड ने मातमी धुन बजाई और शस्त्र उलटे करके पुलिस की टुकड़ी ने उन्हें सलामी देते हुए विदाई दी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, वरिष्ठ नेता कैलाश जोशी, कैलाश नारायण सारंग, प्रदेश संगठन महामंत्री अरविन्द मेनन, प्रहलाद पटेल, डा.सत्यनारायण जटिया सहित बड़ी संख्या में पार्टी के पदाधिकारी, सांसद, मंत्रीगण, विधायकगण, कार्यकर्ताओं, प्रशंसकों एवं हितचिंतकों ने उन्हें अश्रुपूरित नेत्रों से श्रृद्धांजलि अर्पित की और उनके आर्दषों पर चलने का संकल्प व्यक्त किया। आषीष अग्रवाल (गोलू) ने मुखाग्नि दी। उमाषंकर गुप्ता और बड़ी संख्या में परिवारजन शामिल हुए।
नानाजी का विचार, परिवार अपरिमित है: शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नानाजी के चरणों में श्रृद्धा-सुमन अर्पित करते हुए कहा कि वे एक विचारनिष्ठ, राष्ट्रवादी और महान चिंतक थे। इस दृष्टि से उनका विचार, परिवार अपरिमित है और उनके बताये रास्ते पर अग्रसर हो रहा है। आरंभ से ही मध्यप्रदेष के नवनिर्माण की महत्वाकांक्षा उनमें थी।
जुझारू और समर्पित व्यक्तित्व के धनी उन जैसा आज दुर्लभ है। उन्होनें स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों की समस्याओं के प्रति हमेषा सजगता का परिचय दिया और उनके आग्रह को सरकार भी टाल नहीं सकी। भारतीय जनता पार्टी का जो भव्य भवन आज दृष्टिगोचर होता है वे उसके एक स्तंभ रहे है। उनके देहावसान से एक स्तंभ ढह गया है। उन्होनें कहा कि देष की अखंडता और आजादी के लिए वे कोई भी बलिदान को बहुमुल्य नहीं मानते थे।
कश्मीर और गोवा के आंदोलनों में उनकी अग्रणी भूमिका रही है। उनके अंदर उर्जा का स्त्रोत था और जीवन में जीवटता थी। स्मरण आता है कि जब पार्टी अभाव से जूझ रही थी वे धन संग्रह के लिए जन-जन के पास पहुंचते थे और लक्ष्य में सफल हो जाते थे। कार्यालय उपर की मंजिल में था और पानी सड़क नल से भरना पड़ता था वें दर्जनों बाल्टी पानी नीचें से उपर ढोते थे और अतिथि कार्यकर्ताओं का सम्मान करते थे। उनकी सेवा भावना आज दुर्लभ है। कार्यकर्ता उनकी सेवा भावना का अनुकरण कर कार्यकर्ता परिवार का विस्तार करें।
सहज, सरल और सुगमता से नानाजी कार्यकर्ताओं के लिए उपलब्ध रहे: नरेन्द्र सिंह तोमर
शोक श्रृद्धांजलि सभा के अवसर पर श्रृद्धा-सुमन अर्पित करते हुए प्रदेष अध्यक्ष नरेन्द्रसिंह तोमर ने बताया कि नानाजी कार्यकर्ताओं के लिए हमेषा प्रेरणास्त्रोत रहे है। जब युवा कार्यकर्ता कोई महत्वाकांक्षी कार्यक्रम लेकर वरिष्ठजन ठाकरे जी, प्यारेलाल जी और पटवा जी से मिलते और वे कार्यक्रम की गंभीरता को देखते हुए हिचकिचाहट व्यक्त करते थे तब हम नानाजी की शरण में जाते थे।
वे हमेशा कार्यकर्ताओं के प्रति संवेदनषील होते, पूरी बात सुनकर हौंसला औफजाई करते और कार्यकर्ताओं को अपने साथ ले जाकर वरिष्ठ जन से मिलवाते थे और कार्यकर्ता अपना लक्ष्य पूर्ण कर लेते थे। उनका सरल और सादगीपूर्ण व्यवहार कार्यकर्ताओं के लिए चुंबकीय होता था। अपने समर्पित व्यक्तित्व और विचार निष्ठा के बल पर उन्होनें भारतीय मजदूर संघ, जनसंघ, भारतीय जनता पार्टी का प्रदेषव्यापी विस्तार किया। उनके स्नेह की छाया में हजारों कार्यकर्ता षिक्षित और संस्कारित हुए। अपने प्रचारक और संगठक की जीवन यात्रा में उन्होनें कार्यकर्ताओं की एक पीढ़ी तैयार की जो राष्ट्रवाद के लिए समर्पित हुई। उनकी विचार यात्रा जहां भी अधूरी रही है उसे हम संकल्पित भाव से पूर्ण करेंगे। उनके अवसान से आयी रिक्तता को भर पाना असंभव होगा। उन्होनें परमपिता परमेष्वर से प्रार्थना की कि वह उनके बताये अधूरे कार्यो को पूर्ण करने की कार्यकर्ताओं को शक्ति और साहस प्रदान करें।
नानाजी जीवनदानी थे: कैलाश जोशी
वरिष्ठ नेता, पूर्व मुख्यमंत्री कैलाष जोषी ने कहा कि श्री नारायण प्रसाद गुप्ता कृतित्व और व्यक्तित्व के धनी रहे है, जब मैं उनके संपर्क में आया भोपाल सी-स्टेट थी, बाद में मध्यप्रदेष का गठन हुआ। 1962 में मुझे एमएलए बनने का सौभाग्य मिला और लगातार नानाजी के संपर्क में रहकर मुझे बहुत कुछ प्रेरणा मिली। वे जीवनदानी थी। इसलिए उनका व्यक्तित्व प्रेरणा का स्त्रोत था। संगठन के लिए धन संग्रह करना उनक शगल था। वे प्रचारक, संगठक के रूप में कार्यकर्ताओं में बेहद लोकप्रिय थे। विधायक, सांसद रहते हुए उन्होनें मध्यप्रदेष की लंबाई-चैड़ाई पग-पग नापी और संगठन के विस्तार का लक्ष्य पूरा करने में जुटे रहे। लोकतंत्र के प्रति उनमें अगाध आस्था परिलक्षित हुई।
महान देशभक्त विदा हो गया- कैलाश सारंग
वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद कैलाष नारायण सारंग ने नानाजी के प्रति श्रृद्धा-सुमन अर्पित करते हुए कहा कि नानाजी दुर्लभ, देषभक्त और राष्ट्रभक्त थे। उनका समूचा जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित रहा। संघ के प्रचारक के रूप में उन्होनें भूमिका आरंभ की भाजपा के महामंत्री, एमएलए और सांसद भी रहे। परन्तु उनमें कार्यकर्ता भाव और समाज के प्रति समर्पण जीवन पर्यन्त बना रहा। सारंग ने कायस्थ महासभा की ओर से भी दिवंगत आत्मा की शांति के लिए परमपिता परमेष्वर से प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवार के प्रति गहन संवेदना व्यक्त की।
उक्त अवसर पर भगवत शरण माथुर, दिलीप सिंह भूरिया, मेघराज जैन, राघवजी भाई, जगदीष देवड़ा बाबूलाल भानपुरा, गिरिराज किषोर, लोकतंत्र रक्षक संघ की ओर से कैलाष सोनी, रामदयाल प्रजापति, लज्जाशंकर हरदेनिया, विजय तिवारी, जितेन्द्रपाल सिंह गिल, अरविन्द श्रीवास्तव सहित प्रदेष भर से आये जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ताओं ने भी भदभद्ा शमषान घाट पहुंचकर दिवंगत आत्मा के प्रति सम्मान व्यक्त किया और शोक श्रृद्धांजलि दी।
कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कार्यालय में किये अंतिम दर्शन
जनसंघ के संस्थापक सदस्य, वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद श्री नारायण प्रसाद गुप्ता का पार्थिव शरीर आज प्रदेष कार्यालय पं. दीनदयाल परिसर में कार्यकर्ताओं के अंतिम दर्षनार्थ रखा गया। श्री गुप्ता जी के निवास से आरंभ शवयात्रा में मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चौहान, उमाशंकर गुप्ता, रमाशंकर गुप्ता, गोलू अग्रवाल सहित परिवारजन थे। प्रदेश कार्यालय पहुंचने पर प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्रसिंह तोमर ने पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रदेश कार्यालय में जनदर्षन को रखे गये श्री नारायण प्रसाद गुप्ता के पार्थिव शरीर को श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने कहा कि श्री गुप्ता जी ने स्व. कुषाभाऊ ठाकरे एवं स्व. प्यारेलाल खंडेलवाल जी के साथ कार्य किया। वह कर्मठ, जुझारू व्यक्तित्व के धनी थे। वे आजीवन सहयोग निधि के जनक थे। उनका मार्गदर्षन व आषीर्वाद हमेषा से पार्टी को मिला है। उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई कर पाना मुष्किल है।
वरिष्ठ नेता सुंदरलाल पटवा ने कहा कि नारायण प्रसाद गुप्ता जी ने अपना पूरा जीवन पार्टी की सेवा में अर्पित कर दिया। उन्होंने कभी भी स्वयं के बारे में न सोचते हुए पार्टी को सर्वोपरि रखा। वे सदा कार्यकर्ताओं को सही राह और अनुषासन में रहने की षिक्षा दिया करते थे।
नरेन्द्रसिंह तोमर ने श्री गुप्ता को श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए कहा कि श्री नारायण प्रसाद गुप्ता एक कुषल संगठक एवं जनसंघ के संस्थापक सदस्य थे। उन्होनें संगठन के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रचारक के तौर उन्होनें कार्यकर्ताओं का मार्गदर्षन और उनके व्यक्तित्व को गढ़ा। संगठन के विस्तार और विकास को लेकर उन्होनें कार्यकर्ताओं का हमेषा उत्साहवर्द्धन किया। उनका निधन पार्टी के लिए एक वज्रपात है।
अरविन्द मेनन ने कहा कि श्री गुप्ता ने पार्टी के कार्य को निरंतर आगे बढाया। श्री नारायण प्रसाद जी के असामयिक निधन से अपूरणीय क्षति हुई है। उनमें कार्यकर्ताओं को गढ़ने की अद्भुत क्षमता थी।
इस अवसर पर वरिष्ठ नेता, पूर्व मुख्यंत्री सुंदरलाल पटवा, कैलाष जोषी, प्रो.कप्तानसिंह सोलंकी, फग्गनसिंह कुलस्ते, प्रभात झा, वरिष्ठ नेता विक्रम वर्मा, नारायण सिंह केसरी, मेघराज जैन, कैलाष सारंग, भगवतशरण माथुर, पार्टी के प्रदेष उपाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह, रघुनंदन शर्मा, राकेष सिंह, वेदप्रकाष शर्मा, दिलीप सिंह भूरिया, डाॅ.गौरीषंकर शेजवार, अनुसुईया उइके, ऊषा ठाकुर, अंजू माखीजा, प्रदेष महामंत्री विनोद गोटिया, वरिष्ठ मंत्री बाबूलाल गौर, राघवजी, डाॅ. नरोत्तम मिश्रा, लक्ष्मीकांत शर्मा, जगदीष देवड़ा, जगन्नाथ ंिसंह, प्रदेष मंत्री गणेष सिंह, सरतेन्दु तिवारी, मदनमोहन गुप्ता, तपन भौमिक, राजो मालवीया, पद्मा शुक्ला, प्रदेष कार्यालय प्रभारी गोविन्द आर्य, प्रदेष प्रवक्ता विष्वास सारंग, विजेन्द्र सिंह सिसौदिया, रामेष्वर शर्मा, दीपक विजयवर्गीय, प्रदेष संवाद प्रमुख डाॅ. हितेष वाजपेयी, प्रदेष कार्यालय मंत्री आलोक संजर, सह कार्यालय मंत्री राजेन्द्रसिंह राजपूत, सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार खोचे, अमरदीप मौर्य, बंषीलाल गुर्जर, लता वानखेड़े, हिदायतुल्लाह शेख, ओमप्रकाष खटीक, गजेन्द्र पटेल, प्रकाष मीरचंदानी, शैलेन्द्र शर्मा, डाॅ.संजीव चांदोरकर, जिला अध्यक्ष आलोक शर्मा, सहित प्रदेष पदाधिकारी, कार्यसमिति के सदस्यगण एवं सांसद, विधायक, जिला अध्यक्ष, संगठन मंत्री सहित प्रदेष भर से आये कार्यकर्ताओं ने श्री गुप्ता को श्रद्धा-सुमन अर्पित किये।
महापौर कृष्णा गौर, विजेष लूनावत, सुखप्रीत कौर, लक्ष्मीनारायण यादव, भक्तपाल सिंह, रमेष शर्मा गुट्टु भैया, ऊषा चतुर्वेदी, रामकिषन चैहान, शषि सिन्हो, षिव चैबे, सरिता देषपांडे, तेजसिंह सेंधव, राषिद खान, विधायक धु्रवनारायण सिंह, अलकेष आर्य, डा. विनोद पंथी, ललिता यादव, सुरजीत सिंह, अरविन्द मोघे, रामोराम गुप्ता, बाबुसिंह रघुवंषी, मुंषीलाल, गिरिराज किषोर, कैलाष सोनी, आर.के.सिंह बघेल, शैलेन्द्र बरूआ, सुषमा जैन, कृष्णकांता तोमर, रघुनंदन शर्मा (राजगढ़), जहार ंिसंह, सीमा सिंह, भारती अग्रवाल, आषा जैन, मालती राय, सरोज बाथम, विजया शुक्ला, आषा यादव, नीता उपमन्यु, सरोज राजपूत, शैतानसिंह पाल, शैलेन्द्र प्रधान, सुधीर अग्रवाल, राजकुमार शुक्ला, ओमप्रकाष सखलेचा, चन्द्रप्रकाष गुप्ता, अरविन्द श्रीवास्तव, माधव सिंह दांगी, अजय प्रताप सिंह, जितेन्द्रपाल सिंह गिल, विकास बोन्द्रिया, सत्यार्थ अग्रवाल, अनिल अग्रवाल, अषोक सैनी, विकास विरानी, सुधीर जाचक, वंदना जाचक, बृजुला सचान, रामप्रकाष वंषकार, विलकिष जहां, लता ऐलकर, गणेष बागदरे, षिवषंकर पटैरिया, शैलेन्द्र अग्रवाल, अनिल सप्रे, यूके चैधरी, प्रवीण नापित सहित हजारों कार्यकर्ताओं एवं उनके प्रषसंको ने श्रद्धा-सुमन अर्पित किये।