भोपाल। इन्दौर में आयकर अफसरों को रिश्वत देने के मामले में फंसा चार्टर्ड अकाउंटेंट महेश अग्रवाल निजी अस्पताल में भले ही तीन दिन भर्ती रहा, लेकिन एमवाय के डॉक्टरों ने 24 घंटे में जेल रवाना कर दिया।
उसे तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड के सामने सुबह लाया गया। टीएमटी समेत अन्य जांचें सामान्य आने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। अग्रवाल को गुरूवार शाम एमवायएच लाया गया था, जहां वार्ड- 27 मेडिसिन आईसीयू में रखा गया। रात को ब्लड प्रेशर की जांच की गई। सुबह सामान्य वार्ड-29 में भेजा गया। वहां कुछ घंटे ही रुका था। दोपहर 12 बजे कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. ए.डी. भटनागर, मेडिसिन विभाग के डॉ. शिवशंकर शर्मा और सर्जरी विभाग के डॉ. अरविंद शुक्ला के मेडिकल बोर्ड के सामने पेश किया गया।
चूंकि सीने में दर्द की समस्या बताई थी, इसलिए डॉक्टरों ने टीएमटी करवाने को कहा। दोपहर 2 बजे तक टीएमटी की रिपोर्ट भी सामान्य आई। दोपहर 3.30 बजे कार्डियोलॉजी ओपीडी ले जाया गया। मेडिकल बोर्ड और यूनिट इंचार्ज की ओपिनियन के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। डिस्चार्ज रिपोर्ट में डॉक्टरों ने कहा है कि सभी जांचें सामान्य हैं। अग्रवाल को चिकित्सकीय जांच की जरूरत नहीं है। पुलिसवालों के अलावा साथ में परिवार के लोग भी थे। अस्पताल से उसे जेल ले जाया गया।