भोपाल। नेतागिरी में आकर पत्रकारिता भूल चुके प्रभात झा को पटरी से उतरने के बाद एक बार फिर पत्रकारिता की यादें सताने लगीं हैं। उन्होंने पीसीआई प्रेसीडेंट के मामले में राष्ट्रपति को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है।
अपने सुपुत्रों को सत्ता का लाभ दिलाने के मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से बेदखल किए गए प्रभात झा को अब खबरपालिका की गरिमा का ख्याल हो आया है। भाजपा के मुखपत्र कमल संदेश के संपादक होने के नाते उन्होंने पीसीआई प्रेसीडेंट काटजू पर हमला बोला है। भाजपा नेताओं पर हुए हमले के बाद उन्होंने नैतिकता की दुहाई देते हुए कार्रवाई की मांग की है।
प्रभात झा भी जानते हैं कि उनके इस पत्र का कोई अर्थ नहीं है। मामला राष्ट्रीय स्तर पर चल रहा है और मीडिया की फ्रंटलाइन अपने स्तर पर हेण्डल भी कर रही है, फिर भी उन्होंने पत्र लिखा।
भोपालसमाचार.कॉम के पाठक जानते हैं कि इस पत्र का टारगेट क्या है। चलो टारगेट पूरा कर देते हैं, इसे छाप देते हैं, लेकिन बेहतर होता प्रभात जी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखते, बजट सत्र में गैस सिलेण्डर और पेट्रोल व डीजल से टैक्स माफ करने के लिए। जनता के दर्द को बयां करते, शिवराज जी को नैतिकता का पाठ पढ़ाते, लेकिन क्या करें....।