भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस की राजनीति में विवाद का दूसरा नाम बन गए आरिफ अकील ने विदिशा महासम्मेलन में भी जमकर तमाशा किया। पहले वो नाराज हो गए और मंच पर ही नहीं गए, बाद में जब गए तो तमाम मंचासीन नेताओं को जमकर खरीखोटी सुना डाली।
महासम्मेलन में आरिफ अकील के समर्थकों की संख्या कम नहीं थी और लगातार आरिफ अकील जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे थे। मंचासीन पदाधिकारियों द्वारा रोकने के बाद भी अकील समर्थकों का हंगामा कम नहीं हो रहा था।
बाद में जब सम्मेलन शुरू हुआ तो मंच पर आरक्षित सीट होने के बावजूद आरिफ अकील वहां नहीं पहुंचे। संचालक कर रहे सुनील सूद ने कई बार उन्हें आमंत्रित किया परंतु वो मंच पर नहीं गए। अंतत: नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने जब आग्रह किया तो वो मंच पर गए।
जब माइक पर आए तो आरिफ अकील ने मंचासीन पदाधिकारियों की जमकर क्लास ले डाली। उन्होंने अपनी नाराजगी बताते हुए कहा कि पूरे सम्मेलन स्थल पर तमाम बेनर पोस्टर लगाए गए हैं परंतु किसी भी अल्पसंख्यक नेता का फोटो नहीं है। उन्होंने खुलकर कहा कि कांग्रेस अल्पसंख्यकों को चारागाह न समझे। जिन विधानसभाओं में मुसलमानों की आबादी 25 प्रतिशत है वहां मुसलमान प्रत्याशी को ही टिकिट दें।
अकील ने बीके हरिप्रसाद को टारगेट करते हुए स्पष्ट कहा कि आपने अब तक बहुत पट्ठों को चुनाव लड़ा लिया, अब चेलों को चुनाव मैदान में उतारिए। अल्पसंख्यक नेताओं को ही नहीं, जिलों में काम करने वाले जमीनी कार्यकर्ताओं पर भी ध्यान दीजिए, नहीं तो कांग्रेस का यह वोटबैंक खिसक जाएगा।