भोपाल। भ्रष्टाचार में लिप्त तंत्र और ध्वस्त कानून व्यवस्था से जूझते हुए प्रदेश में राज्यपाल का अभिभाषण शासन की कोरी लफ्फाजी है। नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि घोषणावीर मुख्यमंत्री का यह उपलब्धीवीर अभिभाषण की हकीकत यह है कि आज प्रदेश का हर वर्ग त्रस्त है और भाजपा सरकार अपने यशोगान में व्यस्त है।
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने राज्यपाल के अभिभाषण में आंकड़ों में प्रस्तुत उपलब्धियों को विकास की जमीनी हकीकत से विपरीत बताया। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में 18 प्रतिशत की विकास दर और उससे पुरस्कृत सरकार यह बताने से मुंह छुपाती है कि इसके बाद भी प्रदेश का किसान खुश क्यों नहीं हैं। खेती लाभ का धंधा क्यों नहीं बन पाया और वह आत्महत्या क्यों कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर ज्यादती हो रही हैं। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के आसपास के इलाके भी अब सुरक्षित नहीं रह गए है।
गृहमंत्री के घर के पास एक बालिका के साथ हुई ज्यादती और हत्या के प्रति जरा भी संवेदनशीलता अभिभाषण मे नहीं दिखलाई पड़ती जबकि दिल्ली की घटना से हमारे मुख्यमंत्री व्यथित थे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था और प्रदेश में बढ़ते साम्प्रदायिक तनाव पर यह सरकार मौन क्यों है? श्री सिंह ने कहा कि बिगड़ती कानून व्यवस्था और भस्मासुर होता भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की कोई इच्छा शक्ति राज्यपाल के अभिभाषण में दिखलाई नहीं देती। श्री सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार का ध्यान मूल मुद्दों से हटकर उत्सव मनाने में व्यस्त है।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने राज्यपाल के अभिभाषण को वास्तविकता और सत्य से परे बताते हुए कहा कि यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है बस घोषणाओं और फर्जी आंकड़ों में गुथी हुई उपलब्धियों में अव्वल है।
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने राज्यपाल के अभिभाषण में आंकड़ों में प्रस्तुत उपलब्धियों को विकास की जमीनी हकीकत से विपरीत बताया। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में 18 प्रतिशत की विकास दर और उससे पुरस्कृत सरकार यह बताने से मुंह छुपाती है कि इसके बाद भी प्रदेश का किसान खुश क्यों नहीं हैं। खेती लाभ का धंधा क्यों नहीं बन पाया और वह आत्महत्या क्यों कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर ज्यादती हो रही हैं। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के आसपास के इलाके भी अब सुरक्षित नहीं रह गए है।
गृहमंत्री के घर के पास एक बालिका के साथ हुई ज्यादती और हत्या के प्रति जरा भी संवेदनशीलता अभिभाषण मे नहीं दिखलाई पड़ती जबकि दिल्ली की घटना से हमारे मुख्यमंत्री व्यथित थे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था और प्रदेश में बढ़ते साम्प्रदायिक तनाव पर यह सरकार मौन क्यों है? श्री सिंह ने कहा कि बिगड़ती कानून व्यवस्था और भस्मासुर होता भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की कोई इच्छा शक्ति राज्यपाल के अभिभाषण में दिखलाई नहीं देती। श्री सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार का ध्यान मूल मुद्दों से हटकर उत्सव मनाने में व्यस्त है।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने राज्यपाल के अभिभाषण को वास्तविकता और सत्य से परे बताते हुए कहा कि यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है बस घोषणाओं और फर्जी आंकड़ों में गुथी हुई उपलब्धियों में अव्वल है।