भोपाल। संयुक्त अध्यापक मोर्चा का आंदोलन शुरू हो गया है। मध्यप्रदेश के हजारों स्कूलों में ताले डाल दिए गए और संविदा शिक्षकों एवं अध्यापकों ने शिक्षण कार्य ठप कर दिया। इस पूरे आंदोलन में मनोहर दुबे गुट अलग थलग पड़ गया।
सनद रहे कि मनोहर दुबे गुट ने तय किया था कि वो आंदोलन में नहीं शामिल नहीं होंगे एवं सीएम के वादों पर विश्वास करते हुए पहले उनके आदेश जारी होने की प्रतीक्षा करेंगे।
सनद रहे कि इससे पूर्व सीएम से मुलाकात के दौरान भी मनोहर दुबे ने उन्हें आश्वस्त किया था कि मध्यप्रदेश में अध्यापक आंदोलन नहीं करेंगे, परंतु अध्यापकों का एक बड़ा वर्ग आंदोलन का समर्थन कर रहा था। उनका मानना था कि मनोहर दुबे ने जो भी समझौते किए हैं वो नाकाफी हैं एवं समान वेतन व संविलियन से कम कुछ नहीं चाहिए।
आंदोलन की कमान मुरलीधर पाटीदार संभाल रहे हैं। चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति से पहले पहल तो अध्यापक असंतुष्ट दिखाई दिए परंतु जब से बैतूल में अध्यापक की पत्नि ने आत्मदाह का प्रयास किया है, तब से अध्यापक उग्र हो गए हैं एवं आर पार की लड़ाई के मूड में हैं। अध्यापकों का मानना है कि जो काम इस समय विधानसभा सत्र के दौरान हो सकता है वो बाद में कभी नहीं हो पाएगा अत: आंदोलन लगातार चलना चाहिए। इसी के चलते मनोहर दुबे गुट के भी कई अध्यापक पाटीदार के साथियों के साथ हो लिए हैं।