भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद कांतिलाल भूरिया ने कहा है कि राज्य सरकार एक बार फिर बिजली की दरों में वृद्धि करके आम उपभोक्ताओं को दंडित करने की कोशिश कर रही है। पिछली बार की गई भारी बढोतरी के बोझ की तकलीफ से प्रदेश के आम उपभोक्ता अब तक मुक्त नहीं हो पाये हैं।
श्री भूरिया ने कहा कि एक तरफ तो सरकार की बिजली कंपनियां बड़े उद्योगपतियों और व्यवसाइयों आदि से करोड़ों की बकाया राशि वसूल करने की हिम्मत नहीं कर रही है और दूसरी तरफ आम ईमानदार उपभोक्ता, जो नियमित रूप से बिल का भुगतान करते हैं, कुछ महीनों के अंतराल के बाद उन पर दर वृद्धि का एक और भार डाला जा रहा है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि प्रदेश के आम उपभोक्ता, जिनमें किसान भी शामिल है, अब बिजली की दरों में किसी प्रकार की वृद्धि को स्वीकार नहीं करेंगे, क्योंकि यह वृद्धि अनावश्यक और अन्यायपूर्ण होगी। यदि सरकार ने मनमाने तौर पर इकतरफा दरें बढ़ाने का प्रयास किया तो आम उपभोक्ताओं के हित में कांगे्रस सड़कों पर उतरकर उसका कड़ा विरोध करेगी।
श्री भूरिया ने कहा है कि बिजली कंपनियों की बदइंतजामी, फिजूलखर्ची निकम्मेपन तथा बिजली की भारी बर्बादी की कीमत आम उपभोक्ताओं से वसूल करना किसी भी दृष्टि से न्यायोचित नहीं है। आपने कहा है कि हर बार दरों में वृद्धि करते समय सरकार यह विश्वास दिलाती है कि उपभोक्ताओं को उनकी आवश्यकतानुसार बिजली मिलेगी और मनमानी कटौती को लेकर उनको परेशान नहीं होना पडे़गा, लेकिन प्रदेश के किसानों, छोटे उद्यमियों और घरेलू उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की अब तक कोई राहत नहीं मिली। किसानों को बमुश्किल 3-4 घंटे ही बिजली मिल पाती है, वह भी आमतौर पर आधी रात के बाद मिलती है। इस सारी अव्यवस्थाओं के चलते दर वृद्धि की जाना किसी भी दृष्टि से उचित और वांछनीय नहीं है।