भोपाल। कोलार रोड के यशोदा बिहार में आईएफएस अफसर के ड्राइवर ने पहले फांसी लगाने की कोशिश की, लेकिन बाद में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार की रात उसने आखिरी बार अपने पिता से बात की थी। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है।
पुलिस के मुताबिक मूलत: सागर का रहने वाला 25 वर्षीय काशीराम उर्फ रिंकू कोरी यशोदा बिहार परिसर निवासी आईएफएस अफसर अशोक भाटिया के यहां पिछले तीन साल से ड्राइवर था। श्री भाटिया रीवा में वन संरक्षक हैं। काशीराम यशोदा बिहार में श्री भाटिया के घर में ऊपर बने एक कमरे में रहता था।
काशीराम के कमरे में श्री भाटिया का कुत्ता सुबह काफी तेज भौंक रहा था। श्री भाटिया ने ऊपर जाकर खिड़की से देखा तो काशीराम बिस्तर पर पड़ा हुआ था। तमाम प्रयासों के बाद जब दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा।
बिस्तर पर पड़े काशीराम के मुंह से झाग निकल रहा था। उसने पंखे से फांसी लगाने की भी कोशिश की थी। जिसमें सफल नहीं होने पर उसने जहरीला पदार्थ खाया था। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट तो नहीं मिला, लेकिन कमरे से मिली गाड़ी की लॉगबुक के पन्नों पर शायरी लिखी हुई हैं।
बताया गया है कि शुक्रवार की रात उसने अपने पिता से फोन पर बात कर बताया था कि वह श्री भाटिया के नौकर हीरा से परेशान है। उसने परेशानी का कारण नहीं बताया था। सीएसपी हबीबगंज राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि पता चला है कि हीरा से काशीराम परेशान था। इस संबंध में हीरा और श्री भाटिया के बयान दर्ज किए जाएंगे। पुलिस काशीराम के प्रेम-प्रसंग के संबंध में भी जांच करेगी।