छतरपुर। यहां बीते रोज हुए सात मासूमों के अपहरण का मामला एक वारदात से कहीं ज्यादा था। सात मासूमों के अपहरण ने मामले को बहुत ज्यादा संवेदनशील बना दिया था और मासूमों की सलामती के लिए प्रार्थनाएं हो रहीं थीं। अंतत: ईश्वर ने मदद की ओर डाकू सातों मासूमों सहित सभी अपहृतों को आज सुबह करीब 9 बजे मुक्त करके भाग गए।
मामला 7 फरवरी शाम 5 बजे का है। छतरपुर जिले की बिजावर तहसील के एरोरा गांव में स्कूल से लौट रहे सात मासूमों एवं दो युवकों को डाकू प्रमोद दुबे गिरोह उठाकर ले गया था। इस मामले में सबसे संवेदनशील बिन्दु था मासूमों का अपहरण, क्योंकि छोटे बच्चे न तो जंगलों में बहुत ज्यादा पैदल चल सकते थे और न ही ज्यादा दिनों तक परिवार से दूर रह सकते थे। इसी के चलते लोगों को डर था कि कहीं कोई अप्रिय घटना ना हो जाए।
चिंतित ग्रामीणों ने इधर अपने स्तर पर सर्चिंग शुरू की तो उधर चक्काजाम भी किया। लापरवाह चौकी प्रभारी को भी सस्पेंड किया गया परंतु सबसे महत्वपूर्ण था मासूमों की मुक्ति, जिसके लिए हर व्यक्ति दुआएं कर रहा था।
आज दोपहर 12 बजे वो खुशी की खबर आ ही गई। डाकुओं ने सुबह करीब 9 बजे मासूमों सहित सभी अपहृतों को अमरपुरा के घने जंगलों में मुक्त कर दिया एवं फरार हो गया। डाकुओं ने ही अपने एक संपर्क के माध्यम से पुलिस को इसकी सूचना दी। सभी बच्चों को पुलिस कस्टडी में ले लिया गया एवं सभी सकुशल बताए जा रहे हैं।