भोपाल। अध्यापक संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने आज यहां सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटर दिया है। मोर्चा ने एलान किया है कि यदि 15 दिन में कोई संतोषजनक हल नहीं निकला तो फिर हम सपरिवार आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह व उनकी सरकार को सद्बुद्धि देने के उद्देश्य से रविवार को महिला अध्यापकों ने काली मंदिर जाकर शिव दरबार में पूजन-अर्चन किया। वहीं, अध्यापक मोर्चा के पदाधिकारियों व महिला अध्यापकों ने इसके बाद विधायक धु्रव नारायण सिंह और खनिज निगम के अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा को एक कार्यक्रम के दौरान मांगों संबंधी ज्ञापन सौंपा।
यादगार-ए-शाहजहांनी पार्क में जारी आंदोलन के दौरान अध्यापकों ने सबसे पहले धरना दिया। मोर्चा के सह संयोजक उपेंद्र कौशल, प्रवक्ता जितेंद्र शाक्य ने बताया कि भोपाल जिले की पांच दर्जन महिला अध्यापकों ने धरना दिया और काली मंदिर पहुंचीं। स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन, समान कार्य व वेतन, छठवां वेतनमान दिए जाने सहित आधा दर्जन मांगों के विषय में धरना स्थल पर देर तक नारेबाजी भी की गई।
मोर्चा के अध्यक्ष मुरलीधर पाटीदार व संयोजक बृजेश शर्मा ने बताया कि हमारा आमरण अनशन खत्म हुआ है, आंदोलन जारी है। सरकार ने जो विज्ञापन दिया है, उससे समाज में भ्रम फैल रहा है। सरकार को भी भ्रम फैलाने से बचना चाहिए। अन्यथा हम पोल खोलो आंदोलन शुरू करेंगे।
मोर्चा पदाधिकारियों का दावा है कि यदि सरकार ने एक पखवाड़े के भीतर मांगें नहीं मानीं तो वे फिर से आमरण अनशन शुरू कर देंगे। यह अनशन अब पूरे परिवार सहित राजधानी भोपाल में किया जाएगा।