प्रदेश भर में 50 से ज्यादा अनशनकारियों की हालत बिगड़ी, जबरन अस्पतालों में कराया भर्ती

shailendra gupta
भोपाल। मध्यप्रदेश में संयुक्त अध्यापक मोर्चा की हड़ताल गंभीर मोड़ पर आ गई है। राजधानी में जबरन हिरासत में लेकर प्रांताध्यक्ष पाटीदार सहित गिरीश व सत्येन्द्र को अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है तो शेष प्रदेश में एक दर्जन से ज्यादा अनशनकारियों की हालत बिगड़ी और प्रशासन ने उन्हें जबरन भर्ती कराया। इस तरह हड़ताल के चलते गंभीर स्थिति में पहुंचने वाले अध्यापकों की संख्या 50 के आसपास पहुंच गई है। इसके विरोध में धनौरा के अध्यापकों ने मुंडन कराकर खुद को लावारिस घोषित कर दिया। गोहद में कांग्रेस ने अपनी गलती के लिए पश्चाताप किया एवं मुख्यमंत्री के गृहजिले सीहोर में शिवराज सरकार के खिलाफ जनांदोलन का श्रीगणेश किया गया।

हालांकि अभी भी मध्यप्रदेश में कई अध्यापक प्रशासनिक दबाव के चलते परीक्षा ड्यूटी पर हैं परंतु शिवराज सिंह सरकार की हठधर्मिता के चलते सरकार विरोधी माहौल भी तैयार हो गया है। कई अध्यापक हस्ताक्षर करने के बाद आंदोलन में शामिल हो रहे हैं तो कई ड्यूटी पूरी करने के बाद। अनशनकारियों की हालत बिगड़ने के बाद हड़ताल गंभीर मोड़ पर आ गई है। विधानसभा में सरकार से वक्तव्य की मांग की गई है परंतु अभी तक सरकार की ओर से कोई बयान जारी नहीं हुआ है।

हरदा में जिलाध्यक्ष की हालत बिगड़ी, जबरन कराया भर्ती

मध्यप्रदेश के कई इलाकों से भोपालसमाचार.कॉम को मिले अपडेट्स में से चुनिंदा प्रमुख अपडेट्स हम क्रमबद्ध प्रकाशित कर रहे हैं, आप भी पढ़िए कहां क्या हुआ:-

अध्यक्ष को को जबरन कराया भर्ती, दो नेताओं ने शुरू किया अनशन

मंडला। विगत आठ दिनों से आमरण अनशन पर बैठे राज्य अध्यापक संघ के जिला शाखा अध्यक्ष डी.के.सिंगौर को प्रशासन ने धरना स्थल से विगत रात्रि लगभग 9 बजे जबरदस्ती उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया।

उल्लेखनीय है कि उसी दिन शाम को अनुविभागीय अधिकारी प्रवीण फुलपगारे चिकित्सक दल के साथ धरना स्थल पर स्वास्थ्य परीक्षण हेतु उपस्थित हुए थे जिसमें डी.के.सिंगौर का ब्लड प्रेशर एवं वजन मानक स्तर से बहुत कम पाया गया और तत्काल हास्पिटलाइज्ड करने की हिदायत दी किन्तु डी.के.सिंगौर ने अपनी मांगों को जिद के चलते अस्पताल जाने से साफ इन्कार कर दिया।

धरना में उपस्थित अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारे की स्थिति की गंभीरता को समझते हुए एस.डी.एम धरना स्थल से वापस चले गए लेकिन रात्रि लगभग 9 बजे भारी पुलिस बल तहसीलदार के साथ धरना स्थल पर पहुचे तथा जबरदस्ती डी.के.सिंगौर को उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया। जहा डाक्टरों के दल ने डी.के.सिंगौर का गहन चिकित्सा परीक्षण कर स्थिति की गंभीरता को समझते हुए चिकित्सा आरम्भ की तथा उन्हें लगातार आराम करने की सलाह देते हुए अनशन तोड़ने की अपील की तथा ड्रिप लगाई व आवश्यक जीवनरक्षक दवाईयों का सेवन कराया श्री सिंगौर के अस्पताल में जबरिया भर्ती की खबर आग की तरह फैल गई तथा अध्यापकों सहित अनेक गणमान्य नागरिकों का अस्पताल में तातां लग गया।

उज्जैन में आमरण अनशन पर बैठे अध्यापक संयुक्त मोर्चा के संयोजक शेख मोहम्मद हनीफ को कल उज्जैन जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया। 

खबर लिखे जाने तक श्री सिंगौर अस्पताल में भर्ती है तथा इलाज जारी है। श्री सिंगौर ने अस्पताल से जारी विज्ञप्ति में बताया की इन्दौर खण्डपीठ में सत्यपाल आनन्द द्वारा लगी जनहित याचिका ूच2401/2013 में निर्णय लेते हुए आदेश पारित किया है कि अध्यापकों की हड़ताल वैधानिक है तथा मुख्यमंत्री जब तक न्यायालय में सरकार की ओर से जबाब प्रस्तुत नही करते तब तक अध्यापकों के विरूद्ध कार्यवाही नही कर सकते।

वहीं मण्डला जिला मुख्यालय में संघ के सचिव रवीन्द्र चैरसिया व धनसिंह कुंजाम आमरण अनशन प्रारम्भ कर दिया। धरना स्थल पर म0प्र0आदिवासी विकास परिषद् के जिला अध्यक्ष तुलसीराम धुमकेती ने आकर मांगों का समर्थन किया।


भवानी डेहरिया को गंभीर हालत में भर्ती, प्रशासन ने अनशन तुड़वाया

चैरई। छिन्दवाड़ा जिले के चैरई विकास खंड में संयुक्त मोर्चा के बैनर तले अध्यापक,संविदा शाला षिक्षक, गुरुजी का आन्दोलन आज 17 वें दिन भी जारी है। आज अचानक विगत 6 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे भवानी प्रसाद डेहरिया की हालत बिगड़ गई, उल्टी और दस्त के चलते उन्हें चैरई अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। प्रशासन ने दबाब डालकर उनका अनषन समाप्त करवा दिया है, जिससे समस्त आन्दोलनकारियों में रोष व्याप्त है।


मिली जानकारी के अनुसार आज क्रमिक भूख हड़ताल पर लक्ष्मीनारायण माहौरे, रघुनाथ वर्मा,हरीप्रसाद सनोडिया,,राजीव अग्निहौत्री,धरमचंद सनोडिया बैठे हैं।

प्रशासन द्वारा जबरदस्ती अनशन समाप्त करवाये जाने का सभी ने विरोध किया है, इधर कुछ अध्यापक पुनः आमरण अनशन पर बैठने की तैयारी में हैं। कौषल वर्मा,ललित मालानी राजेन्द्र भलावी, राकेष मालवीय, हरीराम वर्मा, पुरुषोत्तम चैरसिया, सुरेष विष्वकर्मा, ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासन चाहे कितना भी दबाब डाले और कुछ भी करले अब हम बिना संविलयन और समान कार्य समान वेतन लिये बिना हम लौटेंगे नहीं।

छात्रहित को ध्यान में रखते हुए यह भी निर्णय लिया गया कि जिन स्कूलों में ताला बंद है उन स्कूलों के छात्रों को अब धरना स्थल के पंडाल में ही शिक्षण कार्य कराया जायेगा। संयुक्त मोर्चा के संयोजक मदन सिंह ठाकुर ने कहा कि हमें तो छात्रों की चिंता है लेकिन म.प्र.की सरकार को छात्रों की कोई चिंता नहीं है।  


धनौरा के अध्यापकों ने मुंडन कराकर जताया विरोध

जनपद पंचायत-धनौरा जिला सिवनी के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित हडताली अध्यापकों नें म.प्र.शासन के द्वारा, अध्यापक संवर्ग की जायज मांगों के निराकरण न करने व सरकार के अडियल रवैये के विरोध में विजय उपाध्याय एवं नीलेष जैन ने मुंडन संस्कार कराकर विरोध प्रदर्शन किया।

ज्ञात हो कि समान कार्य समान वेतन एवं छटवां वेतनमान लागू करने एवं शिक्षा विभाग मे संविलियन को लेकर राज्य अध्यापक,संविदा शिक्षक संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर विकासखण्ड धनौरा के समस्त अध्यापक एवं संविदा शिक्षक दिनांक 26 फरवरी से अनिष्चित कालीन हडताल पर आंदोलनरत है।

विकासखण्ड-धनौरा में अध्यापकों की हडताल का व्यापक असर देखा जा रहा है यहां 95 प्रतिषत स्कूलों में ताला लग गया है तथा परीक्षाओं के वहिष्कार चलते अतिथि शिक्षकों एवं प्रायवेट शालाओं के शिक्षकों द्वारा पर्यवेक्षण कार्य कराया जा रहा है।

म.प्र.संयुक्त मोर्चा द्वारा म.प्र.सरकार द्वारा पूर्व में की गई घोषणा‘‘समान कार्य समान वेतन‘‘ एंव शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग पूर्ण होने तक अनिष्चित कालीन आंदोलन जारी रखने, क्रमिक भूख हडताल एवं अनशन जारी रखने का ऐलान किया गया है।

अध्यापक संवर्ग द्वारा म.प्र.सरकार के भेदभावपूर्ण वेतन विसंगति तथा श्रम के शोषण को समाप्त करने के लिये अध्यापक एवं संविदा शिक्षकों का संविलियन शिक्षा विभाग में करने, समान कार्य का समान वेतन प्रदाय करने तथा सम्मानजनक छटवां वेतनमान का लाभ शीघ्रातिषीघ्र प्रदान करने की मांग मान.मुख्यमंत्री म.प्र शासन की गई है। मीडिया प्रभारी देवेन्द्र ठाकुर ने बताया कि अध्यापक अब आर पार की लडाई के मूड में है। तथा अध्यापक संवर्ग का कहना है कि हमारी न्यायोचित मांगो के त्वरित निराकरण न होने की दषा में वर्तमान में चल रहे गांधीवादी आंदोलन उग्र रूप लेने की स्थिति संभावित है ऐसी परिस्थिति में सम्पूर्ण उत्तरदायित्व सरकार का होगा।

इसके अलावा विकासखण्ड-धनौरा में अल्प वेतन भोगी अध्यापक संविदा संवर्ग षिक्षकों का वेतन आबंटन के आभाव में विगत तीन चार माहों से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। वि.खं-धनौरा में सहायक अध्यापकों को प्रमोषन का झुनझुना पकडाकर विगत पांच माहों से वेतन निर्धारण की कार्यवाही संबंधित अधिकारियो द्वारा नहीं की गई है।अब अध्यापक अभी नहीं-तो कभी नहीं की तर्ज पर मांग पूरी होने तक अपनी मांग पूरी कराने के लिये पर डटे हुऐ है।

जायज मांगों के समर्थन में आंदोलन को गति देने के लिये बी.आर.सी.सी श्री प्रकाष ठाकुर बी.ए.सी.राजेष राय घनष्याम उइके, अध्यापक कैलाष बकोड़े, रामबगस शाक्यवर,टीकाराम बकोडे एम.एल.चैहान,महेन्द्र श्रीवास्तव,सुरेन्द्र ककोडि़या एवं जनषिक्षक घनष्याम चैधरी संदीप चैधरी,राजकुमार गोल्हानी,दीपसिंह तेकाम,कुंदन बट्टी ने धरना स्थल पर प्रतिदिवस उपस्थित होने की अपील समस्त अध्यापक संविदा षिक्षकों से की है।

अध्यापक श्रीगणेश के पास और कांग्रेसी अध्यापकों के पास 

सीहोर। जिला मुख्यालय पर चल रही क्रमिक भूख हड़ताल के चलते बुधवार को अध्यापक अपनी मांगों को पूरी करने के लिए सरकार को बुद्धि प्रदान करने के लिए भगवान श्री गणेश के दरबार पहुंचे, वहीं अध्यापकों के धरना स्थल पर कांग्रेस के नेताओं ने पहुंचकर अपना समर्थन प्रदान किया।
बुधवार को अध्यापकों ने गणेश मंदिर में पहुंच कर भगवान श्री गणेश के श्री चरणों में ज्ञापन सौंपा। अध्यापकों ने अपनी मांगे पूरी करने कल सरकार को बुद्धि प्रदान करने का आग्रह भी किया। इधर बुधवार को जिले के वरिष्ठ कांग्रेस नेता ओमदीप, महेन्द्र सिंह अरोरा मिंदी, दिनेश भैरवे धरना स्थल पर पहुंचे और उनकी मांगों का समर्थन देते हुए कहा कि सरकारी उनकी जायज मांगों को नहीं मानकर अच्छा नहीं कर रही है। इससे पहले नपा पूर्व अध्यक्ष सुश्री रुकमणी रोहिला, हरीश राठौर राजाराम बड़े भाई, हरि सोनी, जलज छोकर आदि कांग्रेस नेता वहां पर पहुंचें थे।

गोहद में कांग्रेस ने किया पश्चाताप

गोहद। अध्यापक संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में बीआरसी भवन पर धरना प्रदर्शन एवं क्रमिक अनशन जारी रहा। क्रमिक अनशन में आज श्रीमती मीना शर्मा, श्रीमती रानी गुप्ता श्री उदयसिंह पवैया,श्री बृजेन्द्र सिंह गुर्जर श्री सत्यभान सिंह गुर्जर बैठे।

आज सभी अध्यापकों ने अपनी मांगे मनवाने के लिये भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह को पोस्ट कार्ड लिखे। पोस्ट कार्ड के माध्यम से अध्यापकों ने अपने 15 वर्षों की पीडा से अवगत कराने का प्रयास किया। तथा शिवराज सिंह चौहान की हठधर्मता एवं संवेदनहीनता के प्रति नाराजगी जाहिर की। अध्यापक आंदोलन को समर्थन देने हेतु कांग्रेस के भिण्ड दतिया संसदीय क्षेत्र के संभावित उम्मीदवार एवं राज्य शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ड़ा. भागीरथ प्रसाद रिटार्ड आई.ए.एस. एवं श्री चेतरामसिंह भदौरिया रिटार्ड आई.पी.एस. मंच पर पहुंचे।

ड़ा. भागीरथ प्रसाद रिटार्ड आईएएस ने कांग्रेस से अनजाने में किये गये शिक्षक के असम्मान के प्रति पष्चाताप व्यक्त किया। ओैर समान कार्य को समान वेतन को जायज मानते हुए आंदोलित अध्यापको को आश्वस्त किया कि वे प्रांत के वरिष्ठ नेतृत्व से बातचीत करके इस मुद्दे पर सरकार पर दबाब डालेगें और अध्यापकों की मांगे मानने को मजबूर करेगें।

अध्यापक संयुक्त मोर्चा द्वारा मांगो को समर्थन देने के लिये उनका आभार व्यक्त किया आंदोलन की दिशा बदलते हुए अध्यापक संयुक्त मोर्चा 10 मार्च को दिल्ली पंहुचेगा। जिसमें प्रदेष के अध्यापक अपने परिवार सहित सम्मिलित होगे।वहां राष्ट्रीय अध्यक्ष (भाजपा) श्री राजनाथ सिंह का घेराव करेगें ।

अध्यापक संयुक्त मोर्चा द्वारा सभी अध्यापको से अपील की गई कि अधिक से अधिक संख्या में अध्यापक दिल्ली पहुंचे।अपील करने बालों में सचेन्द्र कांकर, मुकेष कौषल, राघवेन््रदसिंह तोमर, सत्यभानसिंह गुर्जर , जसवन्तसिंह गुर्जर, देवेन्द्रसिंह गुर्जर, रतनलाल प्रजापति, प्रमिला गुर्जर, इन्द्रा पाण्डेय, अमिता सेगर, ज्योति चैहान, बसंत पारासर, राजेष  षर्मा, महेष गिरि, संतोशी बादल , संगीता राठौर आदि है


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