भोपाल। मध्यप्रदेश में महाशिवरात्रि और रविवार के दौहरे अवकाश के दिन हुए ताबड़तोड़ 74 तबादलों पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने कड़ी आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि यह कार्रवाई इतनी क्या जरूरी थी, सरकार की ऐसी क्या मजबूरी थी जो चलती हुई विधानसभा में अवकाश के दिन तबादले किए गए।
भोपाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने रविवार को की गई प्रशासनिक सर्जरी पर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उनका आरोप है कि रविवार को अवकाश के दिन 29 आईएएस और 45 आईपीएस अधिकारियों के तबादले की ताबड़तोड़ कार्रवाई ‘विधान सभा की गरिमा पर कुठाराघात’ है। सोमवार को जारी बयान में भूरिया ने कहा कि विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है।
सत्र में वार्षिक बजट पर विधान सभा में विभागवार महत्वपूर्ण चर्चा चल रही है। ऐसे समय में सरकार के 74 शीर्ष अधिकारियों को आनन-फानन में इधर से उधर कर दिया गया। भूरिया ने आशंका जताई कि इससे बजट, विधानसभा प्रश्नों, स्थगन और ध्यानाकर्षण सूचना आदि की सटीक और पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने में व्यवधान उत्पन्न होने की गंभीर स्थिति पैदा हो गई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब विधान सभा के बजट सत्र के बीच में एक साथ इतनी बड़ी संख्या में उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के तबादले किये गये है।