अध्यापकों की हड़ताल: 8 मार्च को मध्यप्रदेश में कहां क्या हुआ

shailendra gupta
भोपाल। अध्यापक संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में चल रही संविदा शिक्षकों एवं अध्यापकों की हड़ताल 8 मार्च को भी जारी रही। मंडला में गुपचुप दौरे पर पहुंचे शिक्षा राज्यमंत्री नानाभाउ माहोड़ को हड़तालियों ने घेर लिया। अंतत: वो समर्थन देकर ही वहां से वापस लौटे। इधर रतलाम में जनता के बीच रैली निकालकर समर्थन की मांग की गई।

पूरे मध्यप्रदेश के कई मोर्चा इकाईयों ने अपडेट्स भेजें हैं। हम यहां सभी को स्थान देने का प्रयास कर रहे हैं। आप भी पढ़िए आज 8 मार्च को हड़ताल के दौरान कहां क्या हुआ।

मण्डला में राज्यमंत्री नानाभाउ माहोड का घेराव

मण्डला के हडताली अध्यापकों ने स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री नाना भाउ माहोड के अचानक मण्डला आगमन पर उनके काफिले को मण्डला शहर के बाहर राष्टीय राजमार्ग पर कारीकोन तिराहे में सैकडों महिला एवं पुरूष अध्यापको ने घेराव0 कर दिया और उनके काफिले के सामने समान कार्य समान वेतन के बैनर दिखा कर जमकर नारे बाजी की अध्यापकों के आक्रोश को देखते हुऐ मत्री जी खुदबखुद गाडी से उतरकर अध्यापकों के बीच आ गये और हाथ जोडकर सभी अध्यापकों का अभिवादन किया एवं ज्ञापन लेने खुद आगे आ गये अध्यापकों ने कहा कि हमारी 15 वर्ष की सेवा हो गयी किंतु हमारा वेतन बहुत ही निम्न दर्जे का है जिसकी वजह से शिक्षक पद की गरिमा दांव पर लगी हुई है एवं परिवार का पालन पोषण कठिन हो गया है महिला अध्यापकों ने यह तक कह दिया कि यदि हमारा वेतन नहीं बढा सकते तो हमें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ही क्यों नही बना देते।

मंत्री ने दिया समर्थन

मंत्री जी ने कहा कि आपकी सारी मांगे जायज है और में  आपकी बात का समर्थन करते हुऐ माननीय मुख्यमंत्री जी के समक्ष आपकी मांगों को रखकर निराकरण करवाने का भरसक प्रयास करूंगा। मंत्री जी के काफी अनुरोध के बाद अध्यापकों ने उन्हे आगे जाने दिया। उल्लेखनीय है कि मंत्री जी 11 मार्च को मण्डला आगमन सुनिश्चित था लेकिन हडताली अध्यापकों ने खुफिया तंत्र को इसकी भनक लग गई और सैकडों अध्यापकों ने तत्काल  उनका घिराव कर दिया । घिराव करने वाले अध्यापकों में डी.के.सिंगौर , अमित गुप्ता , सुशील हरदहा , संतोष टांडिया, विजय पाण्डेय, अवधेश पाण्डेय, श्रीमति आभा दुबे , देवेंद्र चैरसिया, विवेक रावतेल सुभाष सिंगौर, गन्नूलाल भांडे, सोहन बैरागी , मैखूराम अहिरवार, पतीराम,उमांषकर मार्को, अशोक कुशराम, निशांत दुबे सहित सैकडों अध्यापक उपस्थित रहे ।

अध्यापकों ने कमेटी का प्रस्ताव ठुकराया

अध्यापकों के प्रतिनिधि मण्डल की शासन से वार्ता हुई और कमेटी बनाने का प्रस्ताव आया जिसे अध्यापकों  ने एक सिरे से खारिज कर दिया एवं हडताल जारी रखने का ऐलान किया ।

कलेक्टर ने गुरूजी की बीमार बेटी को दिए दस हजार, अध्यापकों ने माना आभार

मण्डला कलेक्टर सुश्री स्वाति मीणा द्वारा गुरूजी होब लाल यादव की बेटी जो कि ब्लड केंसर पीडि़त है को दस हजार रू.की नगद सहयोग राशि की सहायता प्रदान की गई है साथ ही मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से होबलाल यादव की बेटी को एक लाख रू. व किडनी की बीमारी से पीडि़त सहायक अध्यापक ओम शुक्ला को एक लाख रू. की राशि स्वीकृत होने पर राज्य अध्यापक संघ की जिला इकाई ने प्रसन्नता व्यक्त की है। जिला शाखा अध्यक्ष डी.के.सिंगौर ने बताया कि केन्सर पीडि़त बेटी का इलाज नागपुर में चल रहा है एवं लगातार उसका स्वास्थ्य सुधर रहा है इसी प्रकार ओम शुक्ला के स्वास्थ्य में भी निरंतर सुधार है एवं वे अपनी ड्यूटी में लौट आये है। राज्य अध्यापक संघ ने सभी सहयोगी साथी एवं मीडिया को धन्यवाद ज्ञापित किया है।

अनशनकारियों का की खैरखबर लेने फिर आए विधायक


हडताली अध्यापकों के बीच पुनः आये विधायक बिछिया श्री नारायण पटटा मण्डला के हडताली अध्यापकों की हडताल के समर्थन आज फिर हडताली अध्यापकों के स्वास्थ्य को देखने के लिय बिछिया विधान सभा के विधायक श्री नारायण पटटा दुबारा आकर हडताल का समर्थन कर म.प्र.शासन की शोषणता पर चिंता व्यक्त करते हुऐ कहा कि विपक्ष के द्वारा विधान सभा में बर्हिगमन के बाद भी आंखे मूंद कर सो रही सरकार के रवैये पर खेद जताया।


अध्यापको की हडताल के 22 वें दिन धरना जारी रहा जिसमें रविंद्र चैरसिया एवं धनीराम कुंजाम का तीसरे दिन आमरण अनशन  पर बैठे हैं।


रतलाम में रैली, सरकार के सुझाव से इंकार


रतलाम में आज विशाल रैली का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 2000 से ज्यादा लोगों पूरे जिले से शामिल हुए। आज स्कूल पूरी तरह बंद रहे। सरकार ने अध्यापकों की समस्याओं को सलझाने के लिए किसी कमेटी का गठन करने के लिए कहा है पर पाटीदार ने दो टूक शब्दों में मना कर दिया और कहा कि हड़ताल जारी रहेगी जब तक समान कार्य समान वेतन नहीं मिल जाता।


केसली में अध्यापकों का आमरण अनशन जारी


केसली। म.प्र. सरकार की वादा खिलाफी के विरोध में एवं समान कार्य समान वेतन की मांग को लेकर अध्यापक संध का आमरण अनशन जारी है । आमरण अनशन में श्री सुरेंद्र पाराषर एवं श्री कैलाष व्यास की हालत गिरती जा रही है । डा.सत्यम सोनी के परीक्षण के उपरांत पाराषर एवं व्यास की हालत गिरती जा रही है ।

सभी अध्यापक हड़ताल पर है परीक्षाओं में व्यवधान हो रहा है । पर्यवेक्षक भी नहीं मिल रहे हैं। प्रायवेट स्कूलों से पर्यवेक्षण कार्य कराया जा रहा है । संयुक्त मोर्चा के सभी अनषनकारियों ने कहा है कि मुख्यमंत्री बार-बार कह रहे हैं कि समिति बनाएंगे ये समिति बनाना उनका एक छलावा है उनकी पांच साल से समिति नहीं बन पा रही है।

देवरी विधानसभा के पूर्व विधायक श्री सुनील जैन, किसान मोर्चा के अध्यक्ष श्री राजकुमार सिंह बरकोटी,महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष श्रीमती अनीता मिश्रा,पंचायत सचिव के संघ के ब्लाक अध्यक्ष श्री रमाकांत पचौरी ,तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्री राजकुमार सिंह जी ,पटवारी संघ के अध्यक्ष तथा अजाक्स संघ ने अध्यापक संयुक्त मोर्चा की मांगों का समर्थन किया तथा साथ रहने का वादा भी किया

धरने में निम्न सभी उपस्थित थे - कैलाष व्यास , सुरेंद्र पाराषर, प्रमोद चैबे, संदीप जैन ,रामनारायण उपाध्याय , महेंद्र सिंह ठाकुर ,पृथ्वीराज,लक्ष्मी विष्वकर्मा,भगवानदास बंसल , मनोज पाण्डे,अजय मिश्रा,सूर्यकांत ,मनीष जैन श्रीकांत पचैरी, लखन सेंतिया,बृजेष शुक्ला, रामबाबू ,अर्जुन पटेल,रामलाल , संदीप सोनी, अरविंद साहू , सनत जैन, अभय जैन, जयेष विल्थरे, भरत सिंह , लालसींग, रामचरण कोरी, संजय श्रीवास्तव ,अमोल अहिरवार,अवधेष सोनी ,संजय कुमार जैन,दीपक जैन, चंद्रभान चैरसिया, पूरन अहिरवार,भगवानसिंह दांगी महिला षिक्षकों में श्रीमती संगीता चैबे,कुमारी संगीता गर्ग,श्रीमती राजेष्वरी दांगी श्रीमती वंदना ठाकुर आदि ।


मझौली में महिला अध्यापकों ने लिखा खून से लिखा खत


मझौली। म0प्र0 अध्यापक संविदा संयुक्त मोर्चा ब्लाक इकाई मझौली की हडताल 19 वे दिन भी जारी रही। आज भूंख हडताल के क्रम में विश्व महिला दिवस के दिन महिला अध्यापक श्रीमती रामकली वर्मा, श्रीमती वंदना नामदेव, के साथ श्री अखिलेश्वर सिंह, रामविशाल कुशवाहा , नागेन्द्र तिवारी  भूख हडताल पर बैठे।

आन्देालनरत अध्यापक नित दिन नये तरीकों से अपना प्रदर्शन करते हुये आज अपने खून से अपनी प्रमुख मांगे शिक्षा विभाग में संविलियन, समान काम - समान वेतन के समर्थन में म0प्र0 के मुखिया माननीय शिवराज सिंह चौहान के नाम हृदय स्पर्शी पत्र लिख कर अपने खून से हस्ताक्षर किये। ब्लाक इकाई मझौली के अध्यक्ष श्री पद्मधर द्विवेदी, कृष्ण कुमार तिवारी, श्रीमती रामकली वर्मा, श्रीमती वन्दना नामदेव, अखिलेश तिवारी, एस.एल.शाह, सुरेश नापित, जितेन्द्र तिवारी सहित सैकडों की संख्या में अध्यापक रक्त से अपनी माग के समर्थन मे पत्र लिखा। अध्यापक रावेन्द्र शुक्ला, कमलाकर सिंह, राजेन्द्र तिवारी, मनेाज वर्मा, प्रहलाद गुप्ता, अखिलेश गुप्ता, अम्ब्रीश गुप्ता, विनय मिश्रा, सिद्धमुनी गुप्ता बैजनाथ सिंह रामखेलावन कुशवाहा, हरिलाल गुप्ता आदि सैकडों अध्यापकों ने अपनी माग पूरी न होने तक आन्दोलन अनवरत जारी रखने की चेतावनी दी है।


हड़ताल का असर: प्राइवेट स्कूलों के टीचर्स करा रहे हैं खुलेआम नकल

बिजुरी। संयुक्त मोर्चा अध्यापक संगठन की हड़ताल दिन प्रतिदिन उग्र रूप धारण करती जा रही है।अध्यापकों के अनिश्चित कालीन हड़ताल में चले जाने से जहां दसवी बारहवी परीक्षा में निजी स्कूलो के शिक्षकों की डियुटी लगाई जा रही है वहीं परिक्षाओं में अनुभवी परिक्षक न होने से छात्रो द्वारा खुले आम नकल भी किया जा रहा है जिससे यह परीक्षा परीक्षा न होकर मजाक बन गयी है।

हड़ताल मे गयें अनूपपुर जिले के अध्यापक संगठन के पदाधिकारी आदिल खान ने बताया कि हमारी मात्र तीन मागें है पहला समान वेतन समान कार्य दूसरा शिक्षा विभाग में संविलियन तीसरी व अतिंम मागं छठवा वेतन मान लागू किया जाये इन तीन मागों के लिये हम आज कई सालों से प्रशासन से शातिं पूर्वक चर्चा कर अपनी इन मागों को मनवाने हेतु पहल कर रहे थे। मगर प्रशासन हमारी मागों पर कोई ध्यान न देकर अंग्रेजो की नीति अपनाते हुये हमारे ही लोगो के बीच फूट डालने की असफल कोशिष की गई।आज हमारा अध्यापक इस महंगाई के दौर पर एक चपरासी से भी कम वेतन पा रहा है जिससे उसे अपना परिवार के भरण पोषण में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है वहीं विधानसभा में बैठे विधायको द्वारा जब अपने वेतन बढ़ाने की बात आती है तो सर्व सम्मति से विधेयक पास कर अपना मनचाहा वेतन बढा लिया जाता है

भाजपा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव के समय अपने घोषणा पत्र में अध्यापकों को समान वेतन समान कार्य देने का वादा किया था मगर आज पांच साल हाने को है सत्ताधारी पार्टी अपने उस घोषणा को उस वादे को भूल चुकी है विवश होकर हारकर थककर हम अध्यापको ने अपने हक के लिये जीने मरने के लिये उतारू हो गये है और अनिश्चित कालीन समय तक स्कूलों में तालाबदीं कर सभी अध्यापक सामूहिक अवकास पर चले गये है।हमारे इस आन्दोलन केा जहां प्रदेश में सभी लोगो का समर्थन मिल रहा है वहीं न्यायालय ने भी हमारी मांग को सही बताते हुये अन्दोलन को वैध्य कहा है।

वहीं प्रशासन हमारे शातिं पुर्ण चल रहे इस आन्देालन केा दबाने हेतु पुलिस का सहारा ले रही है और आन्दोलनकारियों को डरा धमका रही है मगर अध्यापक संयुक्त मोर्चा संगठन अपने अधिकार की लड़ाई के लिये जान देने को भी तैयार है।भोपाल से लेकर गांव गांव तक अध्यापको का यह आन्दोलन सत्तापक्ष के वादाखिलाफी का प्रचार कर उसे अपना वादा पूरा करने हेतु दबाव बनायेगा और जब तक सरकार हमारी मागों को नही मानती है तब तक हमारा यह आन्दोलन इसी प्रकार प्रशासन के लिये खिलाफ चलता रहेगा।

अनूपपुर जिले के अध्यापको में रमेश सिंह,पुरूषेात्तम तोमर,अमिताभ जायसवाल,अजय मिश्रा,रविन्द्र विराट,सोभित सिंह,गंगा राम,सुरेश सिंह,संन्तोष सिंह,दीपेन्द्र कर्ण,विनोद कुशवाहा,प्रेमलाल चैधरी,विनोद टोप्पो,सोमनाथ रैदास,नीता निगम,शाबाना खान,रेनू पाण्डेय,रानी बादल,जयश्री मरकाम,ज्योति साहू,रेणुका तिवारी,छाया जायसवाल,सुनीता सिंह,बीना सरकार,सज्जन सिंह,शिवपूजन कुशवाहा,सकील,लोमस,प्रेम पाण्डेय,राजेन्द्र सहाय सहित जिले के समस्त अध्यापकों ने सामूहिक रूप से अनिश्चित कालीन स्कूलों में तालाबंदीकर प्रशासन के खिलाफ कड़ा आक्रेाश व्यक्त किया है।

छिंदवाड़ा में हड़ताली अध्यापकों के बीच जाकर केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ ने चर्चा की


महिला दिवस पर महिला अध्यापकों ने निकाली बांरासिवनी में रैली

उज्जैन में महिला अध्यापकों ने खून से लिखा खत
शिवराज सिंह चौहान द्वारा 2003 में संविदा शिक्षकों की हड़ताल के समर्थन में लिखा गया पत्र



धरना स्थल से ही दिया जा रहा है परीक्षार्थियों को गाइडेंस


पांढुरना: अनिश्चितकालीन आंदोलन के 19वें दिन आमरण अनशनरत् नरेन्द्र बांबल एवं तरूण पराडकर की चिंताजनक हालत को देखते हुये उन्हें शासकीय अस्पताल मे भर्ती किया गया और उनके स्थान पर पवन गुडधे एवं दीपक जैस्वाल ने आमरण अनशन शुरू किया।

अध्यापको ने बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित छात्रो से छात्रहित को ध्यान में रखते हुये अपील की हैं कि, यदि उन्हें किसी भी विषय में कोई परेशानी है तो, धरनास्थल पर आकर या मोबाईल फोन के माध्यम से अध्यापकों से सम्पर्क कर अपनी समस्या का निदान कर सकते है। हम विद्यार्थियों के हित में निरंतर काम करते रहेंगे। हमारा विश्वास हैं कि, इस बार परीक्षाफल विगत् वर्षों की अपेक्षा ज्यादा अच्छा रहेगा क्योंकि, हमने आंदोलन में जाने के पूर्व ही विद्यार्थियों की परीक्षा की तैयारी बहुत अच्छे से कर दी थी।

आज महिला दिवस के उपलक्ष्य में पांढुरना की महिला अध्यापिकाओं का एक दल पूर्व क्षेत्रीय विधायक एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता मारोतरावजी खवसे के नेतृत्व में अपनी मांग का ज्ञापन सौपने सौंसर गया जहाँ स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री नानाभाऊ मोहोडजी को ज्ञापन सौंपकर चर्चा की गयी। धरना स्थल पर बाबुलालजी खण्डाते पुर्व अध्यक्ष जि.पं., रामसु उईकेजी पूर्व सरपंच, श्री.मनोहर उईके एवं श्री. जी.एल.कोराची से.नि.षिक्षक ने उपस्थिति देकर अध्यापकों की मांगों को जायज बताते हुये पूर्ण समर्थन देने की बात कही। वहीं महिला अध्यापिकाओं के एकदल ने अपनी समस्या एवं मांग आम जनता तक पहुंचाकर जनसमर्थन प्राप्त करने हस्ताक्षर अभियान भी चलाया साथ ही वेतन विसंगती के पर्चे भी आम जनता को बाँट गये।

कल अध्यापकों ने नेताओं की संवाद हीनता से आक्रोशित होकर गधे को ज्ञापन सौपा था। यह गधा आज भी नगर के गली- चैराहांे पर ज्ञापन लटकायें घूम रहा है। सम्भव है कि, गधे की निष्ठा को देखकर नेताओं का जमीर जाग जाये और वे अध्यापकांे एवं माननीय मुख्यमंत्रीजी के बीच मध्यस्थता की पहल कर अध्यापकों एवं छात्रों के भविष्य को दृष्टिगत रखकर कोई ठोस सकारात्मक पहल करें।


निसरपुर में जलसत्याग्रह


निसरपुर जिला धार मे अध्यापक साथियो ने माँ नर्मदा के कोटेश्वर तट पर सांकेतिक जल सत्याग्रह किया गया जिसमे पंडित श्री पुरषोत्तम शर्मा ध्दरा माँ नर्मदा अष्टक का पाठ किया गया ओर महिला मोर्चा की श्रीमति अमृता भावसार ने सभी को समान कार्य समान वेतन के आंदोलन मे भाग लेने के लिए प्रेरित करते हुए अपनी बात रखी ईस अवसर पर जितेंद्र भावसार अनिल पाटीदार रामेश्वर पाटीदार सुरेश पाटीदार कमाल पाटीदार देवेन्द्र नामदेव देवेन्द्र पाटीदार दिनेश पाटीदार बाबू पवार श्रीमति संगीता पाटीदार दिलीप पाटीदार पांडे भाई आदि उपस्थित थे

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