भोपाल। धार भोजशाला मामले में कैलाश विजयर्गीय के टारगेट पर आईं इन्दौर आईजी अनुराधा शंकर सिंह को अंतत: जाना ही पड़ा। उन्हे हेडक्वार्टर बुला लिया गया है और इसी के साथ एक बार फिर पुलिस विभाग को मैसेज दे दिया गया कि इन्दौर में रहकर कैलाश से पंगा, मंहगा ही पड़ेगा।
इसके इतर इन तबादलों को चुनावी जमावट भी कहा जा सकता है। कैलाश विजयर्गीय के इलाके में सभी अधिकारी उनकी पसंद के भेजे गए हैं। इन्दौर आईजी के पद पर अनुराधा शंकर के हटाकर विपिन माहेश्वरी एसपी उज्जैन को आईजी इन्दौर की कमान सौंपी गई है। श्री माहेश्वरी पहले से ही श्री विजयर्गीय की पसंद रहे हैं।
आईजी उज्जैन के पद पर मधुकुमार बाबू को भेजा गया है। मधुकुमार के बारे में भी बताया जाता है कि वो कैलाश विजयर्गीय के पारिवारिक मित्रों में से एक हैं। सनद रहे कि उज्जैन श्री विजयर्गीय के प्रभार वाला जिला है और यहां की राजनीति में श्री विजयर्गीय का जबर्दस्त हस्तक्षेप मौजूद है।
डीआईजी उज्जैन के पद पर भेजे गए आईपी कुल्श्रेष्ठ केवल कैलाश विजयर्गीय ही नहीं बल्कि शिवराज सिंह चौहान के मित्रों की सूची में भी शामिल हैं।
कुल मिलाकर इन्दौर एवं उज्जैन संभाग के पुलिस विभाग पर एक बार फिर कैलाश का कब्जा कायम हो गया हो गया है।