शाजापुर। न यहां आस्था थी और न ही किसी पर कोई प्रेत आत्मा का साया था। यहां यदि कुछ था तो सिर्फ अपने हक की लड़ाई का जुनून और सरकार के खिलाफ आक्रोश। जिसको लेकर दर्जनों अध्यापक एक के बाद एक दहकते आंगारों से गुजरे।
अध्यापक संयुक्त मोर्चा के बैनरतले आंदोलन कर रहे अध्यापक, संविदा शिक्षक, अतिथि शिक्षक और गुरुजी लगातार अपने आंदोलन को आगे बढाते हुए उग्र बना रहे हैं। गौरतलब है कि अध्यापकों, संविदा शिक्षकों, अतिथि शिक्षकों और गुरुजीयों द्वारा एक पखवाड़े से अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल की जा रही है। जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों सबके सामने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर चुके अध्यापक अब प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के प्रदर्शन कर अपना विरोध प्रकट कर रहे हैं। यही कारण रहा कि बुधवार को स्थानीय बस स्टैंड परिसर पर हड़ताल के दौरान अध्यापक, संविदा शिक्षक, अतिथि शिक्षक और गुरूजी दहकते अंगारों पर चले।
मांगे पूरी नहीं करने पर प्रदेश सरकार को जमकर कोसा। मोर्चा के दिनेश पालीवाल और आत्माराम गुर्जर ने बताया कि विगत एक पखवाड़े से अध्यापक, संविदा शिक्षक, अतिथि शिक्षक और गुरूजी अपनी लंबित मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं।
रैली से लेकर ज्ञापन तक और ज्ञापन से लेकर भूख हड़ताल तक कर चुके हैं, परंतु प्रदेश सरकार है कि हमारी मांगों को पूरा करने की बजाय कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। सरकार लाखों अध्यापकों, संविदा शिक्षकों, अतिथि शिक्षकों और गुरुजीयों की मांगों को पूरा नहीं कर रही है।