हाईकोर्ट ने भी जायज बताई अध्यापकों की हड़ताल, प्रशासन की कार्रवाई अवैध

shailendra gupta
अनूपपुर। अध्यापक संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में विगत 27 फरवरी से पीताम्बर यादव द्वारा जारी आमरण अनशन के समर्थन में जिले के अध्यापक परीक्षा का बहिष्कार करते हुये विद्यालय का बहिष्कार करेंगे। अब अध्यापक अधिक आक्रोशित हो गये हैं और जो अध्यापक परीक्षा कार्य में सम्मिलित हो गये हैं। कल से लिखकर दे रहे हैं कि हम आगे से परीक्षा कार्य से बहिष्कार कर देगे।

अब यह आंदोलन जन आंदोलन का स्वरूप ले रहा है, किंतु प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है। हाई कोर्ट इंदौर खण्डपीठ के अनुसार अध्यापकों की सामूहिक हड़ताल अवैध नहीं है। जब तक कलेक्टर, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री तथा मानव संसाधन मंत्रालय कोर्ट में जबाब नहीं देते और तब तक प्रशासन अध्यापकों पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं कर सकते।


कोर्ट ने अध्यापकों की मांगों को सही माना है अत: अब सभी अध्यापक सामूहिक अवकाश लेकर आंदोलन को गति प्रदान करेंगे। जिले में अध्यापकों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जन्मदिन के अवसर पर हनुमानजी के मंदिर में जाकर सद्बुद्धि यज्ञ किया तथा प्रार्थना की कि ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि प्रदान करें ताकि समाज की रीढ़ माने जाने वाले शिक्षा का कार्य करने वाले अध्यापकों के मांगों का समर्थन करे तथा लाखों अध्यापकों के भविष्य को सही दिशा प्रदान करें।

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