भोपाल। 'परीक्षा के समय अध्यापकों के हड़ताल पर जाने से मैं बहुत दुखी हूं, पहले अपनी हड़ताल समाप्त कीजिए, हम सहानुभूति पूर्वक आपकी मांगों पर विचार करेंगे। इससे पहले भी किया है और अपनी ओर से आगे बढ़कर किया है।' उपरोक्त शब्द हैं सीएम शिवराज सिंह चौहान के, जो उन्होंने शहडोल में मिलने आए प्रतिनिधि मंडल से कहे। पहली बार इस हड़ताल के मामले में सीएम ने कोई व्यतव्य दिया है।
मध्यप्रदेश में चल रही संविदा शिक्षकों एवं अध्यापकों की हड़ताल के मामले में शिवराज सिंह चौहान लगातार चुप बने हुए हैं। अध्यापक मोर्चा ने उनसे बयान की मांग की, मुलाकात के प्रयास भी किए परंतु उन्होंने कोई पहल नहीं की। विधानसभा में कांग्रेस ने भी खूब हंगामा मचाया, वॉकआउट तक किया। सदन में सीएम से वक्तव्य की मांग की परंतु शिवराज सिंह चौहान ने कुछ नहीं कहा।
इस मामले में अब तक उनकी ओर से एक बार प्रमुख सचिव सामने आए, फिर शिक्षा मंत्री और उसके बाद लगातार संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा बातचीत कर रहे हैं, परंतु शहडोल में उन्होंने पहली बार इस मामले पर कुछ बोला है। देखिए बिजुरी के मृगेन्द्र सिंह की यह रिपोर्ट, जो उन्होंने भोपालसमाचार.कॉम को प्रेषित की:-
म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शहडोल नगर आगमन पर अनूपपुर, शहडोल, उमरिया जिले के अध्यापकों द्वारा संयुक्त रूप में मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी मागों का ज्ञापन सौपा। समान कार्य समान वेतन की मांग कर रहे अध्यापकों द्वारा सर्वप्रथम सैकड़ो की संख्या में शहडोल पहुंचकर मुख्यमंत्री से मिलने का प्रयास किया गया मगर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी होने के कारण अध्यापकों के समुह को बीच में ही राजेन्द्र टाकीज के पास रोक दिया गया तथा पांच अध्यापकों का एक प्रतिनिधि मण्डल बनाकर मुख्यमंत्री से मिलने की अनुमति दी गई।
प्रतिनिधि मण्डल द्वारा अपनी मुख्य तीन मांगों का एक ज्ञापन समान वेतन समान कार्य, छठवां वेतन मान दिये जाने हेतु व शिक्षा विभाग में संविलियन मुख्यमंत्री के हाथों दिया।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रतिनिधि मण्डल से कहा कि आप लोगो के परीक्षा के समय ही हड़ताल में जाने से मैं काफी दुखी हूं सर्व प्रथम आप लोग अपना हड़ताल समाप्त करें उसके बाद ही आपके मांगों पर विचार किया जायेगा।
अध्यापकों में अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष जे.जे. तिवारी,मो. आदिल खान,पुरूषोत्तम तोमर,अमिताभ जायसवाल,अजय मिश्रा,रविन्द्र विराट,सोभित सिंह,प्रेम लाल चैधरी,गंगाराम,सुरेश सिंह,संतोष सिंह,दीपेन्द्र कर्ण,विनोद कुशवाहा,विनोद टोप्पो,शाबाना खान,छाया जायसवाल,रेनू पाण्डेय,सज्जन सिंह,सकील,राजेन्द्र सहाय,शिवपूजन कुशवाहा सहित संभाग के सैकड़ो अध्यापक शहडोल पंहुचकर आनी मांगों का ज्ञापन सौपां।