नई दिल्ली। वाइसप्रेसीडेंट राहुल गांधी के साथ हुई मीटिंग में एक बार फिर एमपी स्टेट प्रेसीडेंट कांतिलाल भूरिया ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के खिलाफ मोर्चा खोला। उन्होंने वापस दौहराया कि सिंधिया और कमलनाथ अपने समर्थकों के लिए टिकिट को मांग लेते हैं परंतु उन्हें जितना नहीं पाते। इस तरह सिंधिया को तनाव में बनाए रखने के अपने अभियान में भूरिया नईदिल्ली में भी जुटे रहे।
पार्टी मुख्यालय में मंगलवार शाम को करीब डेढ घंटे तक चली इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और कांग्रेस विधायक दल के नेता अजय सिंह के अलावा मध्यप्रदेश के प्रभारी महासचिव बी के हरि प्रसाद,सहप्रभारी सचिव भक्त चरण दास, पार्टी महासचिव जर्नादन द्विवेदी तथा पार्टी अध्यक्ष के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल शामिल हुए।
बैठक के बाद भूरिया और सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि गांधी के साथ राज्य में पार्टी संगठन को मजबूत करने और राज्य की भाजपा व सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत आन्दोलन खडा करने और चुनावों में भाजपा को उखाड कर कांग्रेस की सरकार बनाने की रणनीति पर चर्चा हुई।
उन्होंने इस बात का खण्डन किया कि प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी उनके लक्ष्य में बाधक होगी। बैठक में तय रणनीति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जयपुर चिंतन बैठक में तय हुआ था कि भाजपा शासित राज्यों में चुनाव के कम से कम तीन माह पहले टिकट तय कर दिये जायेंगे। उसी पर आज भी बात हुई है उन्होंने उम्मीद जतायी कि तीन माह पहले अधिकांश सीटों के लिए टिकट तय कर ली जायेगी। टिकटों को लेकर बडे नेताओं की पैरोकारी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि गांधी का संदेश साफ है कि टिकट की सिफारिश के साथ जवाबदेही भी होनी चाहिए।