भोपाल। बोर्ड आफिस चौराहे पर जाम की बढ़ती समस्या से निपटने के लिए बीडीए बोर्ड आफिस से ज्योति टॉकीज तक छोटा फ्लाई ओवर (ग्रेट सेपरेटर) का निर्माण करवाएगा। इसके अलावा बावड़ियाकला से होशंगाबाद रोड तक रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण भी किया जाएगा। बीडीए शहर में पहली बार आरओबी, फ्लाईओवर और ग्रेट सेपरेटर का निर्माण करेगा।
मास्टर प्लान की 45 मीटर चौड़ी सड़कों का विकास भी होगा। यह प्रावधान बीडीए के वर्ष 2013-14 के बजट में किया गया है। मंगलवार को संचालक मंडल की बैठक में 538 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया। इसमें पिछले साल के मुकाबले 60 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल 335 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया था। बजट में बीडीए ने झुग्गी-बस्तियों के विकास के लिए राज्य शासन द्वारा हाल ही में बनाए गए री-डवलपमेंट आफ स्लम नियम के तहत स्कीमों का प्रावधान किया है। इसके तहत बजट में मालवीय नगर की दो और शिवनगर की झुग्गी-बस्तियों के विकास का ऐलान किया गया है।
बीडीए अध्यक्ष सुरेंद्रनाथ सिंह ने बजट प्रस्तुत करते हुए बताया कि 66.15 करोड़ रुपए लाभ का अनुमान है। आगामी वित्तीय वर्ष में 538.74 करोड़ रुपए की आय होगी तो वहीं 533.71 करोड़ रुपए व्यय होने का अनुमान है। बीडीए ने आगामी वित्तीय वर्ष में एयरोसिटी फेस-टू नाम से नया कमर्शियल प्रोजेक्ट लाने का प्रावधान बजट में किया है। बीडीए अध्यक्ष सिंह ने अपने बजट भाषण में कहा कि इस साल बीडीए विद्या नगर फेस- 2,3 और मिसरोद फेस-1, 2 को आपस में जोड़ने के लिए बावड़ियाकला से होशंगाबाद रोड तक आरओबी का निर्माण शुरू करेगा।
बोर्ड आफिस पर 2020 के ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए एक छोटा फ्लाईओवर बनाया जाएगा। यह प्रगति पेट्रोल पंप से माल तक फोरलेन होगा। सिंह ने कहा कि घरौंदा नाम से लांच हुई स्कीम में 1100 मकानों का निर्माण शुरू कर दिया गया है। कटारा हिल्स और बर्रई में चार हजार मकान बनाए जाएंगे। टीटी नगर का स्वरूप परिवर्तित होने से रिडेंसीफिकेशन प्लान के तहत कमला नेहरू स्कूल की नई बिल्डिंग बनाई जाएगी।
बीडीए स्लम रिहैबीलिटेशन कार्य के तहत शिवनगर और मालवीय नगर में काम शुरू करेगा। यहां प्गरीबों के लिए 700 नए मकान बनाए जाएंगे। लक्ष्मीगंज मंडी योजना के अंतर्गत महालक्ष्मी परिसर का निर्माण इस वित्तीय वर्ष में पूरा करने की योजना है।