भोपाल। अध्यापक संयुक्त मोर्चा की संभावित वार्ता आज सीएम के साथ नहीं हो सकी एवं स्थिति यथावत बनी हुई है। फिलहाल इस मामले के तीनों ध्रुव, मोर्चा के प्रांताध्यक्ष मुरलीधर पाटीदार, मुख्यमंत्री का कार्यालय एवं मध्यस्थ की भूमिका में आए विधायक ताराचंद बावरिया की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हुई है।
सनद रहे कि मध्यप्रदेश में 18 फरवरी से शुरू हुई अध्यापकों की हड़ताल निर्णायक मोड़ पर आ पहुंची थी। सीएम शिवराज सिंह की ओर से संदेश दिया गया था कि पहले हड़ताल समाप्त करें और उसके बाद इस मामले में चर्चा की जाएगी।
इधर अध्यापक अपनी हड़ताल की जिद पर अड़े हुए थे और उनका कहना था कि जो भी होगा हड़ताल के चलते ही होगा, परंतु बीच में विधायक ताराचंद बावरिया ने मध्यस्थता की एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस मामले में चर्चा की। उनकी ओर से बताया गया था कि शासन द्वारा 8 सदस्यीय समिति का गठन कर दिया गया। आगामी 15 मार्च को मुख्यमंत्रीजी के साथ वार्ता होगी।
हड़ताल पर चल रहे मोर्चा के पदाधिकारियों ने भी हड़ताल वापस लेने का ऐलान कर दिया था एवं माना जा रहा था कि 15 मार्च को अध्यापकों के मामले में एक कदम और आगे बढ़ाया जाएगा परंतु समाचार लिखे जाने तक तीनों ध्रुवों की ओर से कोई प्रतिक्रिया की स्थिति नहीं बन पाई।
मोर्चा के प्रांताध्यक्ष ने बताया कि सरकार की ओर से न तो कोई वार्ता का बुलावा आया है और न ही किसी दूसरे प्रकार का संदेश भेजा गया। फिलहाल कोई अगली तारीख भी नहीं मिली है। सनद रहे कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कश्मीर में शहीद हुए सीहोर के सपूत ओमप्रकाश को श्रद्धासुमन अर्पित करने इछावर गए हुए थे। माना जा रहा है कि इसी के चलते अध्यापकों के संदर्भ में कोई वार्ता नहीं हो पाई।